भुवनेश्वर: ओडिशा के राउरकेला में डायरिया जमकर कहर बरपा रहा है. सोमवार को एक और मरीज की मौत के साथ ही ओडिशा की इस्पात नगरी राउरकेला में डायरिया से मरने वालों की संख्या छह हो गई. इससे पहले स्मार्ट सिटी के विभिन्न वार्डों के पांच लोग इस जलजनित बीमारी की चपेट में आ चुके हैं.

ओडिशा के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ. निरंजन मिश्रा ने आज कहा, “अब तक राउरकेला और आसपास के इलाकों के विभिन्न अस्पतालों में 555 लोगों का इलाज किया जा रहा है और उनमें से 20 की हालत गंभीर है.” उनके मुताबिक राउरकेला जनरल हॉस्पिटल और इस्पात जनरल हॉस्पिटल में 163 मरीज भर्ती हैं, जबकि जिन गंभीर मरीजों को आईसीयू में इलाज की जरूरत है, उन्हें हाईटेक हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया है.

भुवनेश्वर के चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम ने राउरकेला और आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया और पाया कि अस्वच्छ पानी इस बीमारी के फैलने का मुख्य कारण है. डॉ. मिश्रा ने बताया, “हमने राउरकेला स्मार्ट सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में आपूर्ति किए जा रहे पानी में क्लोरीन का स्तर बढ़ाने के लिए वाटको को निर्देश दिया है.”

इसके अलावा, छह मोबाइल चिकित्सा इकाइयां नए रोगियों की पहचान करने, रोगियों को बुनियादी दवाएं प्रदान करने और दस्त के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए क्षेत्र में घूम रही है. वहीं, स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त चिकित्सकों को लगाया गया है, जबकि मरीजों की बढ़ती संख्या के इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ा दी गई है. इस बीच, राउरकेला विधायक सारदा नायक और सुंदरगढ़ कलेक्टर हर्षद पराग ने शहर के विभिन्न अस्पतालों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया.