कुमार इंदर, जबलपुर। ग्वालियर में एबीवीपी छात्रों की गिरफ्तारी के मामले में प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जबलपुर में भी एबीवीपी ने धरना प्रदर्शन कर सवाल किया कि क्या मदद करना अपराध है?, वहीं मामले पर छात्रों को जमानत मिली है। तो एबीवीपी का कहना है कि उन्हें रिहाई दी जाए।
दरअसल ट्रेन में एक वॉयस चांसलर को हार्ट अटैक आने पर एबीवीपी के दो छात्रों ने जल्द बाजी में हाई कोर्ट के जज की कार लेकर अस्पताल चले गए। जिसके बाद ग्वालियर की पड़ाव थाना पुलिस ने छात्रों पर डकैती का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। वहीं मामले को लेकर लगातार एबीवीपी प्रदर्शन कर विरोध जाता रहा है। छात्रों को रिहा न करने तक धरना जारी रखने की चेतवानी दी है।
बतादें कि, ABVP छात्र हिमांशु श्रोत्रिय और सुकृत शर्मा को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि दोनों छात्रों का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। कार में भी कोई नुकसान नहीं हुआ। पुलिस ने कार को हॉस्पिटल से बरामद किया था। हाईकोर्ट ने कहा कि दोनों छात्रों का उद्देश्य व्यक्ति की जान बचाना था। इसलिए दोनों छात्रों को जमानत दी जाती है। हालांकि पुलिस जांच में दोनों को सहयोग करना होगा। वहीं एबीवीपी का कहना है कि छात्रों को रिहाई दी जाए।
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