इस वर्ष 26 दिसंबर से पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ हो रहा है जो सुबह 5:46 से शुरू हो रहा है.

जिसका समापन 27 दिसंबर सुबह 6:02 पर होगा, चलिए जानते है पूजन विधि

अन्नपूर्णा जयंती के दिन सुबह स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें.

फिर इसके बाद गंगाजल से घर को शुद्ध करें.

अब चूल्हे पर चावल, हल्दी, कुमकुम, धूप और फूल अर्पित करें.

अब भगवान शिव और माता पार्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें.

पूजा के समय माता पार्वती से प्रार्थना करें कि जीवन में हमेशा अन्न के भंडार भरे रहे.

अन्नपूर्णा जयंती के पूजा के लाभ

घर में सुख-समृद्धि का आगमन, हमेशा अन्न के भंडार भरे रहते हैं.

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