स्पोर्ट्स डेस्क. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व टेस्ट कप्तान डीन एल्गर (Dean Elgar tol retire from international cricket) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज (Last Test series against India) उनका अंतिम सीरीज होगी. भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत 26 दिसंबर को सेंचुरियन (SuperSport Park, Centurion) में पहले मुकाबले के साथ होगी. 36 वर्षीय बाएं हाथ के इस बल्लेबाज का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. वह वर्षों तक दक्षिण अफ्रीकी टीम के अंदर-बाहर होते रहे हैं. उन्होंने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच इस वर्ष मार्च में खेला था. दक्षिण अफ्रीका का घरेलू मैदान पर टेस्ट में शानदार रिकॉर्ड है. अपने घर पर उसने भारत के खिलाफ एक भी टेस्ट सीरीज नहीं गंवाया है. टेम्बा बावुमा (Temba Bavuma) की कप्तानी वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम सीरीज को जीतकर एल्गर को यादगार विदाई देना चाहेगी.

बता दें कि, बतौर टेस्ट कप्तान एल्गर 17 मैचों में दक्षिण अफ्रीकी टीम की कमान संभाली है. इस दौरान उन्होंने नौ मैचों में टीम को जीत दिलाई जबकि सात मुकाबले में टीम को हार का सामना करना पड़ा. एक मैच ड्रॉ रहा. बतौर कप्तान उन्होंने टेस्ट में 32 पारियों में 26.87 की औसत और 45.37 की स्ट्राइक रेट से 833 रन बनाए थे. इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 96 रन रहा है. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान के रूप में सात अर्धशतकीय पारी खेली है. बाएं हाथ के बल्लेबाज एल्गर ने अब तक 84 टेस्ट क्रिकेट मैचों में 27.28 की औसत और 47.38 की स्ट्राइक रेट से 5,146 रन बनाए हैं. क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर 199 रन रहा है. उनके नाम टेस्ट क्रिकट में 13 शतक और 23 अर्धशतक दर्ज हैं. उन्होंने प्रोटियाज टीम के लिए सिर्फ आठ वनडे खेले हैं जिसमें 17.33 की औसत और 58.75 की स्ट्राइक रेट से 104 रन बनाए हैं.

एल्गर ने संन्यास को लेकर कहा कि जैसा कि कहा जाता है, सभी अच्छी चीजों का अंत होता है. ऐसे में भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज मेरी आखिरी होगी सीरीज होगी. उन्होंने कहा कि मैंने सबसे खूबसूरत खेल से संन्यास लेने का फैसला किया है. एक खेल जिसने मुझे बहुत कुछ दिया है, केपटाउन टेस्ट मेरा आखिरी होगा. दुनिया में यह मेरा पसंदीदा स्टेडियम है जहां मैंने अपना पहला टेस्ट रन बनाया था और उम्मीद है कि आखिरी भी यही बनाऊंगा. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना मेरे लिए हमेशा से एक सपना रहा है, लेकिन अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर पाना मेरे लिए सर्वोच्च सम्मान की बात है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 12 वर्षों तक ऐसा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जो मेरे सभी सपनों से परे है. यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है और मैं काफी भाग्यशाली रहा हूं.

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