नई दिल्ली . जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली जल बोर्ड में लंबे समय से खाली पड़े जल, सीवर और वित्त सदस्यों के पदों को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर खाली पदों पर फाइलें विभागों के बीच घुमाने के बजाय सात दिनों में नियुक्ति के निर्देश दिए हैं.

उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि जल बोर्ड को ठप करने की कोशिश की जा रही है. अहम तकनीकी सदस्यों के बिना हम जलापूर्ति व सीवर जैसे कामों बेहतर तरीके से कैसे करेंगे. चिट्ठी में आतिशी ने कहा कि जल बोर्ड एक अहम विभाग है, जो दिल्ली में जलापूर्ति व सीवरेज व्यवस्था को देखता है, मगर जल बोर्ड में दो बेहद अहम पद सदस्य (जल) और सदस्य (सीवर) के बीते दो महीने से खाली हैं. अक्तूबर मध्य से खाली इन पदों पर ना तो कोई स्थायी भर्ती की गई और ना ही कोई सेवा विस्तार दिया गया है.

“तीन महीने से ज्यादा समय से नहीं पूर्णकालिक सदस्य”

उन्होंने कहा कि डीजेबी में तीन महीने से अधिक समय से कोई पूर्णकालिक वित्त सदस्य नहीं. दो सर्वोच्च रैंकिंग वाले तकनीकी सदस्यों की नियुक्ति के लिए फाइलें दिल्ली जल बोर्ड, शहरी विकास विभाग और सेवा विभाग के बीच घूम रही हैं.

आतिशी ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह डीजेबी को गतिरोध में लाने की एक साजिश है और यह दिल्ली के लोगों के प्रति सरासर संवेदनहीनता है. अगर डीजेबी को वरिष्ठ प्रशासकों के बिना रखा गया है तो वह दिल्ली के लोगों को पानी और सीवरेज सुविधाएं कैसे प्रदान करेगा?