![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
Rajasthan News: जयपुर. राजस्थान में भले ही अशोक गहलोत की गद्दी छिन गई, लेकिन बतौर मुख्यमंत्री राज्य की सियासत में इतिहास भी रच गए. गहलोत ही एकमात्र नेता हैं, जिन्होंने राज्य में तीन बार सीएम का कार्यकाल पूरा किया. गहलोत 1998 से 2023 तक जब भी मुख्यमंत्री बने, पूरे पांच साल तक सत्ता में बने रहे. हालांकि सबसे लंबे समय सीएम रहने का मोहनलाल सुखाड़िया (Mohan Lal Sukhadia) का रिकॉर्ड वह नहीं तोड़ पाए.
![ashok-gehlot-1_1601275451](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2023/09/ashok-gehlot-1_1601275451.jpg)
पहली बार 1998 में गहलोत सीएम बने थे. तब वह 2003 में कांग्रेस की हार के साथ ही विदा हुए. 2008 व 2018 में भी वह पहले दिन से कुर्सी पर बैठे और कार्यकाल पूरा करके ही हटे. ऐसा पहले राजस्थान में कोई मुख्यमंत्री नहीं रहा. संघर्ष के बावजूद जमे रहे गहलोत के लिए इस बार पांच साल सियासी संग्राम के रहे. ऐसे में कुर्सी पकड़े रहना आसान नहीं था. वर्ष 2020 में सबसे पहले सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायकों की बगावत मुसीबत बनी. इसके बाद, सितंबर 2022 में उन्हें हटाने की योजना से भी गहलोत को परेशानी का सामना करना पड़ा.
दो बार रहा कार्यकाल अधूरा
राजस्थान के 5 वें सीएम सुखाड़िया (Mohan Lal Sukhadia) ने 4 बार प्रदेश की बागडोर संभाली, लेकिन दो बार कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. उन्होंने 1957 व 1962 में ही कार्यकाल पूरा किया. जबकि 1954 में वे 2 साल 5 माह और 1967 में 4 साल 3 माह ही रहे. बतौर मुख्यमंत्री सुखाड़िया 17 वर्ष 8 माह रहे, जबकि गहलोत 15 वर्ष. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) इस दौड़ में गहलोत की बराबरी कर सकती थीं, लेकिन उनके हाथ से ये मौका छिन गया. इस बार केंद्रीय नेतृत्व ने उनकी जगह भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) पर भरोसा जता दिया.
ये खबरें भी जरूर पढ़ें
- Bihar News: समस्तीपुर में 70 घरों में लगी आग, ग्रामीणों में मची चीख-पुकार
- चक्रधरपुर रेलमंडल में 3 दिन के भीतर हादसों की हैट्रिक, राउरकेला में फिर बेपटरी हुई मालगाड़ी, मचा हड़कंप
- Bhopal News: मोती नगर की 110 से ज्यादा दुकानों पर कल चलेगा बुलडोजर, दुकानदारों को हाईकोर्ट से नहीं मिला स्टे
- रायगढ़ में बर्ड फ्लू का केस मिलने के बाद दिल्ली और एम्स रायपुर की टीम पहुंची, इंफेक्टेड जोन का निरीक्षण कर संक्रमण नियंत्रण की त्वरित कार्रवाई को सराहा
- ‘अभिनेत्री नहीं, सनातनी के रूप में आई हूं,’ एक्ट्रेस ईशा गुप्ता ने महाकुंभ पहुंचकर लगाई आस्था की डुबकी