रायपुर. लखनऊ में बसपा और जनता कांग्रेस पार्टी के बीच 20 सितंबर को हुए संयुक्त प्रेस वार्ता को रायपुर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक ने छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान को धोखा करार दिया है. उन्होंने प्रेस रिलीज के माध्यम से कहा कि जनता कांग्रेस पार्टी के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने प्रदेश की जनता के स्वाभिमान के साथ कुठाराघात किए हैं.

जारी बयान में उन्होंने कहा कि मतलब के निर्णय के पीछे जोगी परिवार को मुख्यमंत्री पद की लालच छिपी हुई है. सत्तालोभी करार देते हुए कहे कि लंबे समय से आम जनता की आंखों लूभावनी बातों से छत्तीसगढ़ियों को उन्हीं के अंदाज में बातें करके अपने मोहपाश में बांधने की कोशिश करने वाले अजीत जोगी ने आखिर कर मायावती के साथ अपना गठबंधन स्वीकारा. बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन कर छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान की दुहाई देने वाले जोगी ने संदेश दिया है कि सत्ता की खातिर वे किसी भी हद तक जा सकते हैं.

 

दलित और आदिवासी फार्मूले की रणनी्ति

प्रदेश में होने वाले आगमी विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी ने प्रदेश के दलित और आदिवासी वोटरों को साधने की कोशिस किए है. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती का सहारा लेने मजबूर होंगे या नहीं आगामी विधानसभा चुनाव  के परिणाम बताएंगे. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने जोगी कांग्रेस को चुनाव के पहले ही नकार दिया था. इसी कारण सभी 90 सीटों में प्रत्याशी ढूंढ नहीं पाये थे. अब मायावती के साथ जातिवादी एजेंडा को वो छत्तीसगढ़ में थोपने की कोशिश करेंगे. ध्यान रहे कि इसी एजेंडा को वे पूर्व में सत्ता रहते हुए सन 2003 में आजमाने की असफल कोशिश किये और सत्ता से ही बेदखल हो गए थे.