इस्लामाबाद। पाकिस्तान में 16वीं नेशनल असेंबली के लिए 8 फरवरी, 2024 को आम चुनाव होगा. इसके लिए प्रत्याशियों की नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. पाकिस्तान में पहली बार एक हिन्दू महिला ने चुनाव लड़ने की हिम्मत दिखाई है. वहीं दूसरी ओर आतंकी हाफिज सईद का बेटा भी चुनाव में अपनी दावेदारी ठोकने जा रहा है.

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पहली बार खैबर पख्तूनख्वा के बुनेर जिले में पीके-25 की सामान्य सीट के लिए एक हिंदू महिला सवेरा प्रकाश ने नामांकन दाखिल किया है. सवेरा अपने पिता ओम प्रकाश के नक्शेकदम पर चलते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के टिकट पर चुनाव लड़ने को लेकर आशावादी हैं. 35 वर्षीय प्रकाश के पिता ओम प्रकाश हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं. वह एक डॉक्टर और पीपीपी के एक समर्पित सदस्य रहे हैं.

महिलाओं की समस्या को दूर करने की नीयत

डॉन को दिये इंटरव्‍यू में प्रकाश ने अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए क्षेत्र के वंचितों के लिए काम करने की अपनी आकांक्षाओं के बारे में बात की. उन्होंने 23 दिसंबर को अपना नामांकन पत्र जमा किया और उम्मीद जताई कि पीपीपी का वरिष्ठ नेतृत्व उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करेगा. उन्होंने विकास क्षेत्र में महिलाओं की ऐतिहासिक उपेक्षा और दमन पर भी जोर दिया और निर्वाचित होने पर उनका लक्ष्य इन मुद्दों को संबोधित करना है.

नवाज शरीफ के खिलाफ लड़ेगा तल्हा

पाकिस्तान के आम चुनाव में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग भी नजर आएगी. पार्टी की ओर से हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद नेशनल असेंबली के निर्वाचन क्षेत्र NA-127 लाहौर से चुनाव लड़ेगा. वहीं, PMML का सेंट्रल प्रेसीडेंट खालिद मसूद सिंधु पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सुप्रीमो और पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ NA-130 सीट से चुनाव लड़ेगा. हाफिज सईद की इस पार्टी का चुनाव चिन्ह कु्र्सी है.

पिछले चुनाव में नहीं मिली थी सफलता

पीएमएमएल ने 2018 के आम चुनाव में प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के राजनीतिक चेहरे मिल्ली मुस्लिम लीग के रूप में भाग लिया था, लेकिन, वह किसी भी चुनावी क्षेत्र से आशाजनक परिणाम प्राप्त करने में विफल रही. उसके सभी उम्मीदवारों के जमानत तक जब्त हो गए थे. जब पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय दवाब में जमात-उद-दावा और उसके राजनीतिक धड़े मिल्ली मुस्लिम लीग पर प्रतिबंध लगाया तो उसने अपना नाम बदलकर पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग कर लिया.