मनीषा त्रिपाठी, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल (Van Vihar National Park Bhopal ) में कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला (Kanha Tiger Reserve Mandla) से अतिवृद्ध बाघिन टी-40 उपचार के लिए लाई गई थी, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। 11 दिन से उसने खाना पीना भी छोड़ दिया है। जिससे उसकी दिन पर दिन हालत बिगड़ी जा रही है। बाघिन टी-40 को बचाने के लिए दो डॉक्टर लगातार देखरेख कर रहे है।

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बतादें कि, वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता, द्वारा किए गए हेमोटोलॉजिकल एवं सीरोलॉजिक परीक्षण में सामने आया कि बाघिन के गुर्दे ठीक तरह से कार्य नहीं कर रहे हैं। दरअसल, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में इस साल नवंबर में कान्हा टाइगर रिजर्व से लाई गई बाघिन टी-40 की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसने 11 दिन से खाना पीना भी छोड़ दिया है। वन विहार स्थित रेस्क्यू सेंटर में उसका इलाज चल रहा है। वन विहार के अधिकारियों ने बताया कि बाघिन टी 40 का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। वहीं बाघिन की स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पा रहा है।

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