रामेश्वर मरकाम. धमतरी. जनपद अध्यक्ष रंजना साहू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. रंजना साहू ने भाजपा जिलाध्यक्ष रामू रोहरा को रिजाइन लेटर सौंप दिया है. बता दें कि जनपद अध्यक्ष रंजना साहू पर जनपद सदस्यों ने मनमानी का आरोप लगाया था.

बाद में जनपद के सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पारित कर प्रशासन को पत्र सौंप दिया था. इसी बीच रंजना साहू ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दी है. सूत्रों की मानें तो अविश्वास प्रस्ताव से क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है.

धमतरी में जनपपद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की पेशकश बाद सियासी राजनीति में उथल पुथल मच गई है. शनिवार को जनपद अध्यक्ष ने पार्टी जिलाध्यक्ष से मिलकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि इस्तीफा कलेक्टर को न देकर भाजपा जिला अध्यक्ष को दिया है. लेकिन 24 घंटे के भीतर स्थानीय राजनीति के लिए ये बड़ा टूविस्ट कहा जा सकता है.

हैरानी बात ये है कि भाजपा जिलाध्यक्ष ने इस्तीफे की बात से इंकार कर दिया है. ऐन चुनाव के पहले यह इस्तीफा सत्ताधारी दल के लिए तगड़ा झटका भी माना जा रहा है. दरअसल यहां चुनाव के ऐन वक्त पहले भाजपा के जनपद सदस्यों ने अध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाते अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. तो वही कांग्रेस ने भी इसका समर्थन किया है.

करीब 25 सदस्यो वाले जनपद पंचायत धमतरी मे 14 जनपद सदस्यो ने जनपद अध्यक्ष को पद से हटाने के लिये शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव प्रशासन को सौपा गया था. हालांकि एक दिन पहले ही रंजना साहू ने कहा था कि असंतुष्ट सदस्यों को मना लिया जाएगा और यह भी आरोप लगाया था कि उनके उपर राजनैतिक षडयंत्र किया गया है.

लेकिन अचानक इस इस्तीफे से राजनैतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं, क्योंकि रंजना साहू एक युवा भाजपाई है और एक बड़े पद में पदस्थ थे. ऐसे में उन्हे विधानसभा टिकट का भी तगड़ा दावेदार माना जा रहा था. वही पार्टी के अंदर ही अन्य दावेदारों के लिए रंजना एक चुनौती बन रही थी. तो आंशका यह भी जताई जा रही है कि कही ये अपने लोगों व्दारा टिकट की लाइन से बाहर करवाने की साजिश का हिस्सा तो नही है.