अनूप दुबे, ढीमरखेड़ा (कटनी)। मध्य प्रदेश में कटनी के ढीमरखेड़ा के 22 मजदूरों को मजदूरी कराने के लिए एमपी की महिला महाराष्ट्र लेकर गई थी। मजदूरों को अब तक मजदूरी तो नहीं मिली, लेकिन काम के बदले में उन्हें पिटाई मिली है। अपने रिश्तेदार की कोई खबर न मिलने से परिजन परेशान हैं।

जिसके बाद सभी ने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की। परिजनों ने कहा कि उन्हें गन्ना काटने के काम के नाम पर ले जाया गया। मगर अब वहां उन्हें पीटा जा रहा है। साथ ही मजदूरों को खाना भी नहीं दिया जा रहा है। मजदूर चोरी छिपे अपने परिवार के लोगों से बात कर पा रहे हैं। 

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कटनी जिले के ढीमरखेड़ा पुलिस थाने के ग्राम कटरिया के 22 मजदूर गन्ना काटने का काम करने 4 दिसंबर को महाराष्ट्र के कोल्हापुर गए हुए थे। सिहोरा बनखेड़ी निवासी चौधरी संतोष चौधरी और एक अन्य महिला  मजदूरों को काम दिलाने के नाम से ले जाया गया था। लेकिन कई दिनों बाद मजदूरों ने फोन कर मारपीट और प्रताड़ना  की जानकारी परिजनों को दी। 

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परेशान परिजनों ने थाने पहुंचकर अपनी पीड़ा पुलिस को सुनाई। ढीमरखेड़ा पुलिस ने मामले का आवेदन लेकर जांच करते हुए मजदूरों के मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया। इस दौरान मजदूरों के महाराष्ट्र के कोल्हापुर में काम करने की जानकारी मिली। बताया जा रहा है कि मजदूरी का भुगतान होने के बाद उनकी घर वापसी हो जाएगी।

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