रायपुर. छत्तीसगढ़ में यूं तो कई मंदिर हैं लेकिन एक ऐसा भी मंदिर है जो इन सबसे विशेष है. इस मंदिर की खासियत ये है कि ये अन्य मंदिरों की तरह सालभर श्रद्धालुओं के लिए खुला नहीं रहता है.

कोंडागांव का माता लिंगेश्वरा मंदिर यूं तो देश के दूसरे मंदिरों की ही तरह है लेकिन इस मंदिर की खास बात ये है कि ये साल में सिर्फ एक बार वो भी महज 12 घंटे के लिए श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुलता है.

गणेश चतुर्थी के उत्सव के खत्म होने पर इस मंदिर को 12 घंटों के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है. अपने ईष्ट की एक झलक पाने को श्रद्धालु हजारों की तादाद में इकट्ठे होते हैं. माता लिंगेश्वरी न सिर्फ भक्तों को दर्शन देती हैं बल्कि उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं.

लोगों की मान्यता है कि खीरा अर्पित करने से मां भक्तों से खुश होती हैं औऱ मनचाही मुराद पूरी करती हैं. खासकर विवाहित जोड़ों के लिए ये मंदिर उम्मीद का रास्ता है. पूरे राज्य से भक्त मां का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं. एक पहाड़ के सबसे ऊपर स्थित ये मंदिर अपनी इसी विशेषता के लिए मशहूर है.