रायपुर। महानदी भवन मंत्रालय में 6 घंटे तक चली साय केबिनेट की बैठक में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश हित में बड़े निर्णय लिए. जिनमें प्रदेश की विरासत सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल करने के साथ ही साथ मैनपाट, चैतुरगढ़ जैसे हिल स्टेशनों में शिमला, मनाली के तर्ज पर मॉल रोड बनाए जाने की बात सामने आई है. लेकिन क्या आप जानते हैं उत्तर भारत के लगभग हर हिल स्टेशन पर मौजूद मॉल रोड क्यों बनाए गए थे. आइए जानते है मॉल रोड को बनाने के पीछे की वजह के बारे में.

मॉल रोड का इतिहास

दरअसल, हिल स्टेशन पर मौजूद मॉल रोड एक ऐसा स्थान है जहां सभी प्रकार की प्रमुख दुकान, होटल आदि मौजूद हो. भारत में 17वीं शताब्दी के समय यह स्थान ब्रिटिश लोगों के लिए मुख्य बाज़ार के रूप में प्रसिद्ध था. एक तरह से शहर का मुख्य केंद्र. ब्रिटिश काल में शाम के समय ब्रिटश सेना मॉल रोड़ पर सबसे अधिक टहलने का काम करते थे. वो परिवार, दोस्तों और अन्य अधिकारी के साथ मॉल रोड पर भी टहलते थे.

ब्रिटिश काल में शहर का प्रमुख कार्यालय, अग्निशमन सेवा और पुलिस मुख्यालय आदि तमाम भवन इसी रोड़ पर मौजूद होती थी. हालांकि, आज भी लगभग सभी कार्यालय मॉल रोड पर ही है. मॉल रोड पर आपातकालीन वाहनों को छोड़कर अधिकांश ऑटोमोबाइल को जाने की अनुमति लगभग नहीं होती है.

दिलकश नज़ारों से घिरा है मैनपाट औऱ चैतुरगढ़ हिल स्टेशन

बता दें कि, अपने सुहाने मौसम और दिलकश नज़ारों के कारण मैनपाट को ‘छत्तीसगढ़ का शिमला’ और चैतुरगढ़ हिल स्टेशन को ‘छत्तीसगढ़ का कश्मीर’ कहा जाता है. मैनपाट घने वनस्पतियों और जीवों से भरा ये हिल स्टेशन कई धाराओं और प्राकृती के खूबसूरत नज़ारों से घिरा हुआ है. ये इलाका यहाँ उगाए जाने वाले कई तरह के औषधीय पौधों के लिए भी जाना जाता है. वहीं चैतुरगढ़ में हरियाली का श्रृंगार किए, झरनों की झर-झर से लयबद्ध सुर में गुंजायमान, माँ महिषासुर मर्दिनी मंदिर छत्तीसगढ़ आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है.

चैतुरगढ़ का ऐतिहासिक किला, माँ महिषासुर मर्दिनी मंदिर, शंकर खोल गुफा, चहुंओर पर्वत श्रेणी और जंगल का विहंगम दृश्य और मनमोहक झरनों समेत बहुत कुछ है, जिन्हें ठहरकर देखना मन को अच्छा लगता है. अब मॉल रोड बनने से यहां ट्रिप पर आने वाले लोग खूबसूरत नजरों के साथ शॉपिंग और टेस्टी फूड्स का मजा भी ले पाएंगे. हालांकि इस पर काम कब तक शुरू होगा इसे लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

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