राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के चलते लोग दिन में कांपते नजर आ रहे हैं। वहीं ठंड के साथ प्रदेश में कोहरे का भी कहर देखने को मिल रहा है। वहीं शीतलहर को लेकर गृह विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है। 

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इसमें निर्देश दिए गए है कि जिला शीतलहर कार्य योजना तैयार की जाए। जिला, तहसील, ब्लॉक और विभाग स्तर पर एक नोडल अधिकारी हो। मौसम केंद्र की चेतावनी लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था हो। शीतलहर से बचाव की सावधानियां प्रसारित और प्रकाशित की जाए। वहीं प्रभावित लोगों को आश्रय गृहों तक पहुंचाया जाए। अलाव की समुचित व्यवस्था हो, स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से जरूरतों को कम्बल वितरित हो। अस्पतालों में शीतलहर प्रभावितों के उपचार के लिए व्यवस्था सुनिश्चित हो।   


शीतलहर से बचने के लिए क्या करें

  • जितना संभव हो, घर के अंदर रहें।
  • ठंडी हवा से बचने के लिए कम से कम यात्रा करें।
  • अपने शरीर को सुखाकर रखें।
  • यदि कपड़े गीले हो जाएँ, तो उन्हें तुरंत बदलें। इससे शरीर की उष्मा बनी रहेगी।
  • मध्य प्रदेश में मौसम की ताजा जानकारी के लिए भोपाल समाचार न्यूज़ पोर्टल एवं अन्य समाचार माध्यम के संपर्क में रहे।
  • नियमित रूप से गर्म पेय पिएं।
  • बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ख्याल रखें।
  • शीतदंश के लक्षणों जैसे उंगलियों, पैर की उंगलियों, कानों की लोब और नाक की नोक पर सुन्नता, सफेदी या पीलेपन के प्रति सजग रहें।
  • शीतदंश से प्रभावित हिस्से की मालिश न करें। इससे अधिक नुकसान हो सकता है।
  • शीतदंश से प्रभावित शरीर के हिस्सों को गुनगुने पानी में डालें।
  • कंपकंपी को नजरअंदाज न करें – यह एक महत्वपूर्ण अग्रिम संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है।
  • कंपकंपी महसूस होने पर तुरंत घर लौटें। 

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