रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को राजिम भक्तिन माता जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. सीएम साय ने कहा कि राजिम माता उन सभी कर्मवीरों की आराध्य हैं, जिन्होंने कर्म को ही जीवन का सार माना है. धर्मनिष्ठा और कर्मठता की प्रतीक राजिम माता के नाम पर छत्तीसगढ़ की धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी राजिम का नाम पड़ा है.

सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि, छत्तीसगढ़ का राजिम अब केवल धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि तीन नदियों के साथ विभिन्न संस्कृतियों, सम्प्रदायों का संगम स्थल बन गया है. भक्तिन राजिम माता ने हमें कर्म और भक्ति का संस्कार दिया है, उनका त्याग, तपस्या और सत्कर्म हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा.

7 जनवरी को मनाया जाएगा राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह

बता दें कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ द्वारा आयोजित प्रदेश स्तरीय राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह 7 जनवरी रविवार को राजिम में मनाया जायेगा. इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित समाज के 12 विधायक एवं पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री भी शामिल होंगे. जिसकी तैयारी जोरशोर से की जा रही है, श्री राजीवलोचन मंदिर के सामने महोत्सव स्थल में भव्य पंडाल से मंच बनाया जा रहा है और वाहन स्टैंड में भोजनालय रहेगा.

गौरतलब है कि राजिम छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले में एक नगर पंचायत है. महानदी के तट पर स्थित यह प्रदेश का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जिसे छत्तीसगढ़ का प्रयागराज भी कहा जाता है. यहां हर साल माघ पूर्णिमा से लेकर शिवरात्रि तक महानदी, पैरी नदी और सोढुर नदी के संगम पर मेला लगता है. इसे क्षेत्र को छत्तीसगढ़ की त्रिवेणी भी कहा जाता है. राजिम की इस तीर्थ स्थल पर राजिम मेला भी लगता है. इस तीर्थ पर भगवान विष्णु की परम भक्त राजिम माता का भी स्थान हैं.

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