सत्यपाल राजपूत, रायपुर. सेजेस वाड्रफनगर के संविदा प्रधान पाठक प्राथमिक शाला आशीष केसरी को जिला प्रशासन बलरामपुर रामानुजगंज कलेक्टर रिमिजियुश एक्का के द्वारा नौकरी से कार्यमुक्त कर दिया गया है. आशीष केसरी पर आरोप है कि उन्होंने विद्यालय के कक्ष 5वीं और कक्षा दसवीं के बच्चों द्वारा फॉल सीलिंग को तोड़वाया है. जबकि आशीष केसरी से बात करने पर पता चला कि उन्होंने घटना की जानकारी प्राचार्य आरके सिंह को फोन कॉल के माध्यम से बताया कि कक्ष क्रमांक 5 का फॉल सीलिंग गिर गया है. जिस पर प्राचार्य आरके सिंह ने कहा कि आप प्यून से हटवा लीजिए और उसने प्यून से हटवा दिया.

कुछ लोगों ने उक्त घटना का वीडियो बनाकर कलेक्टर से शिकायत कर दी. शिकायत के आधार पर जांच टीम बनाई गई. जांच टीम ने जब विद्यालय आकर बच्चों और शिक्षकों से पूछताछ की तो बच्चों ने बताया कि पंखा चालू करने से फॉल सीलिंग गिरा है. शिक्षकों ने जानकारी नहीं होने का बहाना बना दिया. कुछ शिक्षक आशीष केसरी पर आरोप लगाते हुए बोले कि बच्चों ने बताया कि आशीष केसरी के कहने पर फॉल सीलिंग गिराएं है.

जांच समिति ने कुछ बच्चों के बयान को नजरंदाज करते हुए शिक्षकों के बयान जो फॉल सीलिंग गिरने के समय उपस्थित नहीं थे उनके बयान को सच मानकर आशीष को गलत बताकर रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दिया और कलेक्टर ने आशीष को प्रधान पाठक के पद से कार्यमुक्त कर दिया.

वहीं छत्तीसगढ़ सेजेस संविदा शिक्षक संघ के सरगुजा संभाग अध्यक्ष अविनाश मिश्रा का कहना है कि आशीष केसरी पहली से पांचवीं कक्षा तक का प्रधानपाठक नियुक्त हुआ था. जिसकी कक्षा में फॉल सीलिंग गिरा है उस कक्षा से उनकी कोई जवाबदेही नहीं है. जो कि यह मामला हाई स्कूल का है और उन्होंने प्राचार्य को सूचित भी किया था, तो आशीष के ऊपर की गई कार्रवाई पूर्णतया बेबुनियाद है. इसके जिम्मेदार हाई स्कूल के प्राचार्य या शिक्षक होने चाहिए. मैं स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और जिला प्रशासन बलरामपुर रामानुजगंज से यह मांग करता हूं आशीष केसरी को पुनः नियुक्ति प्रदान की जाये जिससे कि वे‌ अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें.