अजयराविंद नामदेव, शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक बार फिर अंधविश्वास और खोखली कुप्रथा का मामला सामने आया है। यहां दो माह की मासूम बच्ची को जलती हुई अगरबत्ती से दागा गया। जिससे मासूम की हालत गंभीर हो गई। वहीं मामले में पुलिस ने नानी व मां के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
शहडोल जिले में अंधविश्वास की दिल दहला देने वाली घटना एक बार फिर सामने आई है, अंधविश्वासी परंपरा से दो महीने के मासूम का इलाज किया और मासूम को 7 बार से अधिक अगरबत्ती से दागा गया, जिसके चलते मासूम के शरीर पर कई घाव हो गए। वहीं जब बच्ची की हालत गंभीर हो गई तो उसे इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया।
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बतादें कि, अंधविश्वास के चलते 2 माह की मासूम बच्ची को किसी ओर ने नही बल्कि उसकी मां और नानी ने गर्म अगरबत्ती से बच्ची के सीने में 7 बार से अधिक दागा। वहीं नानी मुन्नी बाई और मां इंद्रवती के खिलाफ बुढार पुलिस ने मामला दर्ज किया। जानकारी के अनुसार, मासूम को निमोनिया के चलते सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। जिसका इलाज कराने की बजाय नानी व मां ने उसे अगरबत्ती से दागा।
आदिवासी बाहुल्य शहड़ोल जिले में मासूम बच्चों को गर्म सलाखों, गर्म चूड़ी, गर्म अगरबतत्ति से दागने के लगातार मामले सामने आ रहे है। दागना कुप्रथा के चलते 20 दिन के अंदर 4 बच्चों की मौत हो गई।
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