रमेश सिन्हा,पिथौरा. जनपद पंचायत पिथौरा में बजट सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा की धज्जियां उड़ रही है. प्रभारी पंचायत निरीक्षक कलीराम मधुकर की लापरवाही के कारण मुख्यमंत्री पेंशन योजना के तहत 5-6 माह से ग्राम पंचायतों से प्राप्त एक भी आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ है. पूरा आवेदन जनपद पंचायत में धूल खा रहा है. वहीं ग्राम पंचायत के विधवा परित्यक्ता बुजुर्ग पेंशन की आस में दर दर ठोकरे खा रहे है. सरपंच सचिव द्वारा प्राप्त आवेदन की स्वीकृति के संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी पंचायत निरीक्षक द्वारा जानकारी नहीं दिया जाता है.

ज्ञात हो कि बजट सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा माह फरवरी में मुख्यमंत्री पेंशन योजना की घोषणा किया गया है. जिसके तहत विधवा परित्यक्ता 60 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्धजनों जिनका एस.सी.सी. सूची 2011 में नाम दर्ज होने पर आवेदन स्वीकृति किया जाना है किंतु जनपद पंचायत पिथौरा में 6-7 माह बीत जाने के बावजूद आज पर्यन्त एक भी हितग्राहियों की पेंशन स्वीकृत नहीं हुआ है.

जबकि मुख्यमंत्री पेंशन योजना की राशि जनपद पंचायत के खाते में जमा किया जा चुका है. विदित हो कि प्रभारी पंचायत निरीक्षक द्वारा पंचायत शाखा में जनपद पंचायत की बिना जानकारी के कई अनाधिकृत लोगों को बैठा कर रखा जाता है एवं पूरी फाइलों की देखरेख अनाधिकृत लोगों के द्वारा किया जाता है.