स्वच्छता सर्वेक्षण में पंजाब के लुधियाना को देश में 39वां स्थान मिला है। वहीं, पंजाब के 16 शहरों में क्रमश: मोहाली, अबोहर, बठिंडा, पटियाला और फिरोजपुर और अमृतसर टॉप छह में शामिल हैं। मोहाली की राष्ट्रीय रैंकिंग में 13 अंकों को सुधार हुआ है। उसे 82वां स्थान मिला है। अबोहर को देश में 105वां स्थान हासिल किया है। बठिंडा ने रैंकिंग में सुधार किया है। पिछले साल राज्य स्तर पर पांचवें एवं राष्ट्रीय स्तर पर 132वें नंबर पर रहने वाला बठिंडा इस बार राज्य स्तर पर चौथे एवं राष्ट्रीय स्तर पर 121वें स्थान पर आया है। शहर को एक लाख से पांच लाख तक की आबादी की श्रेणी में आंका गया है।

अमृतसर की बात करें तो देश के 446 शहरों में गुरु नगरी को 142वां स्थान मिला है। एक लाख की आबादी वाले शहरों में अमृतसर को 9500 में 5181.80 अंक मिले हैं। वर्ष 2022 में देश में दस लाख की आबादी से ऊपर वाले 45 शहरों का सर्वेक्षण करवाया गया था जिसमें अमृतसर का 32वां स्थान रहा था। हालांकि, तब मापदंड दस लाख की आबादी का था। तब 7050 अंकों में अमृतसर को 4069.76 अंक मिले थे। अमृतसर नगर निगम के कमिश्नर हरदीप सिंह ने कहा कि रैंकिंग में सुधार हुआ है। आगे और सुधार करेंगे।

अबोहर के विधायक संदीप जाखड़ ने इसका श्रेय अबोहर वासियों, नगर निगम के मेयर विमल ठठई, कमिश्नर, सेनेटरी इंस्पेक्टरों व उनकी टीम, कर्मठ सफाई सेवकों, सीवरेज कर्मचारियों सहित अपना अबोहर अपनी आभा अभियान में शामिल लोगों को दिया है। गत वर्ष अबोहर ने 78वां स्थान मिला था। इस बार पटियाला की पंजाब में तीसरी रैंक आई है। वहीं राष्ट्रीय स्तर पर उसे 120वां स्थान मिला है। पिछले वर्ष पंजाब में पटियाला नंबर एक पर रहा था और राष्ट्रीय स्तर पर उसकी रैंकिंग 58 थी। पटियाला के स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में पिछड़ने का एक बड़ा कारण डेयरियों का शहर से बाहर शिफ्ट न होना माना जा रहा है। साथ ही ऐतिहासिक राजिंदरा झील के सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट के करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद अब तक काम पूरा नहीं हुआ है।