मुंबई. आधार कार्ड नहीं होने के कारण एक 80 वर्षीया वृद्ध महिला को महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन कारपोरेशन की बस से उतार दिया गया. वृद्ध महिला के परिवार ने बस डिपो प्रबंधक और एमएसआरटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की है. महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री और महाराष्ट्र सड़क परिवहन कारपोरेशन (एमएसआरटीसी) के अध्यक्ष दिवाकर राओटे ने बताया कि वह इस मामले की जांच करेंगे.

वृद्धा केशरबेन के बेटे केतन ने बताया, यह घटना 20 सितंबर को औरंगाबाद से कल्याण की यात्रा के दौरान हुई. हम राज्य परिहन की बस में सवार हुए और बस कंडक्टर एसआर गायकवाड़ ने मेरी मां केशरबेन शामजी धारोद से सीनियर सिटीजन होने का प्रमाणपत्र मांगा.

हमने महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी सीनियर सिटीजन प्रमाणपत्र उन्हें दिया. कंडक्टर ने आइडी कार्ड दिखाने पर जोर देते हुए आधार या पैन कार्ड मांगा. जिसे नहीं होने के कारण कंडक्टर ने बस से उतार दिया. केशरबेन की पुत्रवधू शिल्पा धारोद ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है.

शिल्पा ने कहा, बस औरंगाबाद से चली थी और कंडक्टर ने हमसे कहा कि यदि हमारे पास दस्तावेज नहीं है तो बस से उतर जाएं. बस सिर्फ एक या दो स्टाप से आगे बढ़ पाई थी. इसके बाद कंडक्टर ने कहा कि जबतक हम बस से उतर नहीं जाते तबतक बस आगे नहीं बढ़ेगी. आगे कुछ कहने की जगह हम बस से उतर गए और दूसरी बस से कल्याण पहुंचे. लेकिन हमारे परिवार के साथ जो कुछ हुआ वह अन्याय है.