राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी जोरों पर है। तैयारी के साथ प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मध्यप्रदेश विवाद थम नहीं रहा है। एकबार फिर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। वहीं दिग्विजय के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने दिग्विजय को कालनेमी बताया है।

दिग्विजय ने ट्वीट किया- अनादि काल से सनातन धर्म को जाग्रत करने के लिए व भारत की विभिन्नता में एकता स्थापित करने के लिए आदि शंकराचार्य ने 4 मठों की स्थापना की थी। वह तब से वे सनातन धर्म को दिशा देते आये हैं। अब उसे 1925 में स्थापित @RSSorg व उनकी एक शाखा @VHPDigital चुनौती दे रही है!! क्या इसे हम सभी सनातन धर्म हिन्दू धर्म को पालन करने वालों को स्वीकार करना चाहिए? आप करें तो करें मैं तो नहीं कर सकता ना कभी करूँगा।

धर्म को बेचा जा रहा

धर्म को राजनैतिक व आर्थिक लाभ के लिए बेचा जा रहा है। हम सबने मिल कर राम लला के मंदिर में योगदान दिया है उस पर @VHPDigital अपना अधिकार जमाना चाहता है। उसका एक प्रचारक चंपत राय हजारों वर्षों के सनातन धर्म को दिशा देने वाले शंकराचार्य पीठ व रामानंदी संप्रदाय पीठ में फूट डाल रहा है, क्या हम इसे स्वीकार करें? यह प्रश्न मेरा सभी हिंदुओं से है। अयोध्या जी राम लाला के मंदिर को राजनीति का अड्डा मत बनने दो उसे सभी हिंदुओं के आस्था का केंद्र बनाओ।

दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि कालनेमी की तरह अवरोध पैदा कर रहे हैं। कालनेमी ने राम कार्य में विघ्न डाला था। दिग्विजय भी ऐसे ही विघ्न डाल रहे हैं।

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