राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में 2.30 करोड़ आबादी गरीबी रेखा से बाहर आई है। नीति आयोग की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। इसे लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने कहा कि राज्य के 5 करोड़ लोगों को गरीबों का राशन मिल रहा है। तो क्या पूरा मध्य प्रदेश ही गरीब था। सरकार को पूरी स्थिति साफ करना चाहिए। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस पर पलटवार किया है।

कांग्रेस ने उठाए सवाल

कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि रिपोर्ट में ढाई करोड़ गरीब कम होना बताया गया है। वर्तमान में 5 करोड़ लोगों को राशन मिल रहा है। प्रदेश की जनसंख्या अब 8 करोड़ हुई है, तो क्या पूरा मध्य प्रदेश ही गरीब था ? सरकार को पूरी स्थिति साफ करना चाहिए।

गरीबी से उबारने वाले राज्यों में MP तीसरे नंबर परः नीति आयोग की रिपोर्ट में 2.30 करोड़ आबादी BPL से बाहर

बीजेपी का पलटवार

भाजपा प्रवक्ता बृजगोपाल लोया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पूरा मध्य प्रदेश ही गरीब था। यह तो आंकड़े ही कहते हैं कि मध्य प्रदेश बीमारू राज्य था। एमपी पिछड़ा हुआ राज्य था। बीजेपी की सरकार आने पर 2003 से प्रदेश में काम हुआ है। पहले प्रति व्यक्ति आय मात्र 11000 थी। गरीबों का जीवन स्तर ऊपर उठने भाजपा सरकार लगातार काम कर रही है।

कांग्रेस नेता ने ली बीजेपी की सदस्यता: कहा- जो राम का नहीं वो देश का नहीं, राम मंदिर का न्योता ठुकराने पर छोड़ी थी पार्टी

आपको बता दें कि गरीबी रेखा से उबारने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश (MP) पूरे देश में तीसरे नंबर पर है। इसका खुलासा नीति आयोग ​की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में पिछले 9 साल में 2.30 करोड़ आबादी गरीबी रेखा से बाहर हुई है। गरीबी से उबारने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश तीसरा अव्वल राज्य बन गया है। वहीं देशभर में 24.84 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर हुए है।

‘यात्राओं से ही दुनिया बनी’: न्याय यात्रा को लेकर पूर्व CM के मीडिया सलाहकार का बड़ा बयान, कहा- श्री राम अयोध्या में भगवान थे, जब पदयात्रा की तब वे मर्यादा पुरुषोत्तम बने

पूरे देश में उत्तरप्रदेश नंबर वन पर और बिहार नंबर दो पर है। विश्व बैंक ने माना कि दिन में 180 रुपए से कम कमाने वालों को गरीबी रेखा से नीचे है। 2017 में 18.73% आबादी गरीब थी, जो 2021 में 11.90% रह गई है। 41 फीसदी आबादी के पास अब भी घर नहीं, टायलेट सुविधा से 31% लोग वंचित है। तमाम अभियानों के बाद 44% के पास रसोई गैस भी नहीं है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H

Read More:-