टुकेश्वर लोधी,आरंग। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से लगभग सभी जगह राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है. ऐसा ही हाल आरंग विधानसभा का है, जहां आरंग जनपद पंचायत अध्यक्ष खिलेश देवांगन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को चर्चा के बाद मतदान होगा. रायपुर कलेक्टर को आरंग के 19 जनपद सदस्यों ने अध्यक्ष खिलेश देवांगन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन सौंपा था. इसके बाद कलेक्टर ने आरंग एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है. Read More – CG में शर्मनाक घटना : सगे भाई ने नशे की हालत में अपनी नाबालिग बहन के साथ किया छेड़छाड़, आरोपी गिरफ्तार

बता दें कि, पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया के कारण आरंग जनपद पंचायत अध्यक्ष खिलेश देवांगन निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे. अपने बेबाक बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले जनपद अध्यक्ष के कार्यों और जनपद सदस्यों की उपेक्षा से उनके ही पार्टी के जनपद सदस्य नाराज चल रहे हैं. इससे पहले भी अध्यक्ष के खिलाफ जनपद सदस्य लामबंद हो गए थे, लेकिन पूर्व मंत्री डॉ. डहरिया के हस्तक्षेप के कारण जनपद पंचायत में अध्यक्ष की कुर्सी को कोई खतरा नहीं हुआ. मगर सत्ता परिवर्तन के तुरंत बाद भाजपा समर्थित जनपद सदस्यों के साथ उनके ही पार्टी के जनपद सदस्यों ने मोर्चा खोल दी और अब बात अविश्वास प्रस्ताव तक आ गई है.

कांग्रेस शासन के आते ही गिर गई थी जनपद अध्यक्ष की कुर्सी

उल्लेखनीय है कि, साल 2018 में कांग्रेस शासन के सत्ता में आते ही तत्कालीन जनपद पंचायत अध्यक्ष पुष्पा पिंटू कुर्रे पर भी अविश्वास प्रस्ताव लगा था और वो अपनी कुर्सी बचाने में नाकाम रही थी. तब तत्कालीन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया पर अपने ही समाज की बेटी को पद से हटाने के आरोप लगे थे. इसके बाद उस समय अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अध्यक्ष पद पर सामान्य वर्ग से आने वाले दिनेश ठाकुर को जनपद अध्यक्ष बनाया गया था. दिनेश ठाकुर का भी विरोध हमेशा होता रहा, लेकिन डॉ. डहरिया के राजनीतिक दबाव के कारण अध्यक्ष पद पर बने रहे.