Rajasthan News: जोधपुर. भारतीय थल सेना और जापान की जापानीज ग्राउण्ड सेल्फ डिफेंस फोर्सेज के मध्य धर्म गार्जियन युद्धाभ्यास का पांचवां संस्करण इस बार राजस्थान के बीकानेर स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में होगा. पहली बार जापानी सेना मरुस्थलीय परिस्थितियों के युद्धाभ्यास में भाग लेगी. युद्धाभ्यास के जरिए भारतीय सेना को जापान की पूर्वी चीन सागर में चीन के विरुद्ध रणनीति समझने में मदद मिलेगी.

इसका इस्तेमाल भारत हिंद महासागर में चीन के लिए कर सकता है. आर्मी सूत्रों के अनुसार धर्म गार्जियन करीब 14 दिन तक चलेगा. इसके अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है. अभी इसकी तारीख तय नहीं है. हाल ही में महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना ने संयुक्त अरब अमीरात की सेना के साथ युद्धाभ्यास डेजर्ट साइक्लोन में भाग लिया था. भारत व जापान की आर्मी के मध्य सबसे पहले 2018 में मिजोरम में युद्धाभ्यास हुआ. अगले साल 2019 में भी मिजोरम को चुना गया. वर्ष 2022 में कर्नाटक के बेलगांव में हुआ. पिछले साल 2023 में भारतीय सेना जापान के साथ युद्धाभ्यास में भाग लेने इमाजू शहर पहुंची थी.

फिजिकल फिटनेस पर भी रहेगा फोकस

संयुक्त अभ्यास में दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत सामरिक संचालन करने की रणनीति, युद्ध तकनीक और प्रक्रियाओं में सर्वोत्तम अभ्यास को साझा करना रहेगा. इस दौरान उच्च स्तर की फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान केंद्रित रहेगा. समुद्री जलवायु होने की वजह से जापान में मरुस्थल जैसी हालांकि शुष्क परिस्थितियां नहीं हैं, लेकिन वहां टोटोरी बालू का टीला काफी प्रसिद्ध है, जिसको देखने हजारों पर्यटक आते हैं.

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