राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा : अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होना है. इसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. वहीं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शंकराचार्यों के हिस्सा लेने से इनकार किये जाने को लेकर काफी विवाद मचा हुआ है. शंकराचार्यों पर लोग तरह-तरह के बयान दे रहे हैं. जिसे कई लोग सही ठहरा रहे हैं तो कुछ शंकराचार्यों का अपमान बता रहे हैं. वहीं कवि कुमार विश्वास ने भी इस संबंध में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शंकराचार्यों पर टिप्पणी करना उनके लिए सही बात नहीं है.
दरअसल, चंडीगढ़ में एक कार्यक्रम में शामिल होने कुमार विश्वास पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि 550 वर्षों के संघर्ष का स्वप्न दिवस आ रहा है. पूरे विश्व में भगवान के प्रति जो भी आग्रह रखते हैं, उन सभी लोगों को हार्दिक बधाई है. उन्होंने कहा, मेरा सौभाग्य है कि मुझे उस पुण्य क्षण में मौजूद होने का निमंत्रण मिला है. इसलिए मैं वहां जाऊंगा. मैं आप सभी को शुभकामना देता हूं कि आप सब लोग इस अवसर को भगवान राम के आदर्शों पर चलने के लिए स्वयं को प्रेरित करने का लक्ष्य बनाएं.
शंकराचार्य ईश्वरीय वाणी – कुमार विश्वास
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शंकराचार्यों के नहीं आने का फैसला किये जाने के सवाल पर कुमार विश्वास ने कहा कि, ‘हम तो अपने पिता के आगे नहीं बोले हैं. अगर कोई व्यक्ति ऐसा कह रहा है तो वह खुद इतने बड़े संत हैं. उन पर टिप्पणी करने का मुझे कोई अधिकार नहीं है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हम उस परंपरा में हैं, जहां हम अपने पिता की किसी बात का प्रतिकार नहीं करते, उत्तर नहीं देते और टिप्पणी नहीं करते हैं. भगवान शंकराचार्य सनातन धर्म की मर्यादा पीठ के पितामह हैं. वे स्वयं ईश्वरीय वाणी हैं. मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति के लिए उन पर टिप्पणी करना सीमा से बाहर की बात है.’