रायपुर. जेल से रिहा होने के बाद उत्साहित भूपेश बघेल दो दिन के दौरे पर दुर्ग और बस्तर संभागे रवाना होंगे. वे शनिवार और रविवार को दो देवस्थानों के दर्शन करने के साथ 18 अलग-अलग शहरों और कस्बों में कार्यकर्ताओ से मुलाकात करेंगे. भूपेश बघेल कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके जेल भरो आंदोलन में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद अदा करेंगे.
पहले चरण में दो दिन उनका दो दिन का दौरा दुर्ग और बस्तर संभाग का होगा. माना जा रहा है कि बिलासपुर में लाठीचार्ज के बाद फ्रंटफुट पर आई कांग्रेस के उत्साह को बनाए रखने के लिए भूपेश ये दौरा कर रहे हैं. इससे वे कार्यकर्ताओं की नब्ज़ भी टलोल लेंगे और एकजुट बनाए रखने का संदेश देंगे. खास बात है कि राहुल गांधी की तर्ज पर भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के प्रमुख देवस्थानों और प्रदेश की महान विभूतियों के क्षेत्र में जाकर उनका स्मरण करेंगे.
वे अपनी यात्रा शनिवार को सुबह भिलाई से शुरु करेंगे. सबसे पहले दुर्ग के लिये रवाना होंगे. यहां वे चंदुलाल चंद्राकर को स्मरण करेंगे. इसके बाद कांग्रेस भवन में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करेंगे. इसके बाद वे राजनांदगांव रवाना हो जाएंगे. राजनांदगांव में कांग्रेसजनों से भेट एवं चर्चा करने के बाद भूपेश बघेल डोंगरगढ़ में माता बम्लेश्वरी जी के दर्शन करेंगे. वे फिर छुरिया में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. फिर वे डोंगरगांव के लिए रवाना हो जाएंगे.
भूपेश लगातार कारकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. वे मोहला और दल्लीराजहरा में भी रुकेंगे. फिर वे बस्तर निकल जाएंगे. वे भानुप्रतापपुर होते हुए कांकेर रवाना होंगे. रात्रिविश्राम कांकेर में होगा.
इसके बाद भूपेश अगले दिन केशकाल में कांग्रेसजनों से भेट एवं चर्चा करेंगे. इसी कड़ी में कार्कर्ताओं से उनका मिलने का कार्यक्रम फरसगांव, कोण्डागांव और बस्तर में होगा. इसके बाद वे जगदलपुर पहुंचेगे. यहां से वे तोकापाल, बास्तानार, गीदम होते हुए दंतेवाड़ा रवाना होंगे. दंतेवाड़ा में माता दंतेश्वरी की के दर्शन के पश्चात कांग्रेसजनों से भेट एवं चर्चा करेंगे. यहां वे महेंद्र कर्मा को श्रद्धांजलि देंगे. भूपेश दंतेवाड़ा के बाद जगदलपुर पहुंचेंगे. जहां वे विश्राम करेंगे.