Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के निर्देशों पर प्रदेश में अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ 15 जनवरी से चलाये जा रहे राज्यव्यापी अभियान के दौरान राज्य में पहली बार 110 अवैध खनन स्थलों पर कार्रवाई की गई है।

खान सचिव आनन्दी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अवैध खनन गतिविधियों को समूल नष्ट करने के निर्देश और सख्त मॉनीटरिंग का ही प्रभाव है कि खनिजों के अवैध परिवहन करते वाहनों की जब्ती की कार्रवाई के साथ ही अवैध माइनिंग स्थलों पर कार्रवाई कर बड़ा संदेश दिया गया है। राज्य सरकार अवैध माइनिंग गतिविधियां सहन नहीं करेंगी। अवैध माइनिंग के खिलाफ भीलवाड़ा में सर्वाधिक 15 माइनिंग स्थलों पर कार्यवाही हुई हैं वहीं जयपुर ग्रामीण भी 11 स्थानों पर कार्रवाई कर दूसरे नंबर पर रहा है।

मुख्यमंत्री भजनलाल ने माइंस विभाग की 11 दिसंबर की समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये थे कि राज्य सरकार अवैध खनन गतिविधियां बर्दाश्त नहीं करेंगी, वहीं मुख्य सचिव सुधांश पंत अभियान की मॉनीटरिंग कर कार्रवाईयों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं।

खान सचिव ने बताया कि अभियान के प्रति सरकार की गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि संयुक्त अभियान के दौरान तीन दिनों में 110 स्थानों पर हो रहे अवैध खनन कार्यों पर कार्रवाई की गई हैं वहीं प्रदेश में 45 एक्सक्वेटर व जेसीबी मशीनों को जब्त किया जा चुका है। अधिकारियों को संयुक्त अभियान के दौरान अवैध खनन कार्यों में लगी बड़ी मशीनें और क्रेन आदि की भी जब्ती के निर्देश दिए गए हैं ताकि खनन माफियां दुबारा अवैध खनन कार्य नही ंकर सकें। प्रदेश में अवैध खनन कार्यों पर सर्वाधिक 15 कार्यवाही भीलवाड़ा में की गई है। इसके बाद जयपुर ग्रामीण में 11 कार्रवाई की गई। कोटा में 8, डीडवाना-कुचामन, बूंदी, बीकानेर, अलवर, झालावाड़, में पांच-पांच, अजमेर, दौसा, जोधपुर ग्रामीण, सलूंबर, में 4-4 व अन्य शेष कार्रवाई अन्य स्थानों पर की गई है। इसी तरह से भीलवाड़ा में 3 जेसीबी व 1 एक्सक्वेटर, पाली में 4 जेसीबी व 1 एक्सक्वेटर, जैसलमेर में 3 एक्सक्वेटर व 24 एक्सक्वेटर जब्त की गई है।

गौरतलब है कि प्रदेश में खान, राजस्व, परिवहन, पुलिस और वन विभाग द्वारा जिला कलक्टरों के निर्देशन में अवैध खनन गतिविधियों में अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण के खिलाफ 15 जनवरी से 31 जनवरी तक अभियान चलाया जा रहा है।

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