25 जनवरी 2024 को गुरूवार का दिन, कर्क राशि का चन्द्रमा, प्रातः 8 बजकर 38 मिनट तक पुनर्वसु नक्षत्र उसके बाद पुष्य नक्षत्र का विशेष संयोग रहेगा. पौष पूर्णिमा पर कर्क राशि का चन्द्रमा और मकर राशि का सूर्य, अपनी प्राणदायिनी अमृतमयी किरणों का संचरण कर जल में प्राणदायी उर्जा समाहित करेंगे. गुरू पुष्य योग के कारण इस दिन स्नान, दान का कई गुना महत्व रहेगा तथा इस दिन राशि रत्न अथवा शुभ वस्तुओं का क्रय कर उपयोग करना बेहद लाभकारी रहेगा.

मन, मस्तिष्क एवं जल तत्व को प्रभावित करने वाला चन्द्रमा स्वयं की कर्क राशि में गुरू पुष्य योग वाले पूर्णिमा के दिन विद्यमान होना अत्यंत प्रभावशाली है जो स्नान-दान के पुण्य प्रताप को कई गुना बड़ा रहा है. Read More – नन्हीं परी को संभालते नजर आई Rubina Dilaik, एक्ट्रेस ने बॉडीकॉन हाई-स्लिट ड्रेस में दिखाया अपना फिगर …

पौष पूर्णिमा व्रत और पूजा विधि

पौष पूर्णिमा की व्रत और पूजा विधि इस प्रकार है:

  1. पौष पूर्णिमा के दिन प्रातःकाल स्नान से पहले व्रत का संकल्प लें.
  2. पवित्र नदी या कुंड में स्नान करें और स्नान से पूर्व वरुण देव को प्रणाम करें.
  3. स्नान के पश्चात सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए.
  4. स्नान से निवृत्त होकर भगवान मधुसूदन की पूजा करनी चाहिए और उन्हें नैवेद्य अर्पित करना चाहिए.
  5. किसी जरुरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन कराकर दान-दक्षिणा देनी चाहिए.
  6. दान में तिल, गुड़. Read More – जल्द वेब सीरीज में नजर आएंगे किंग खान के बेटे Aryan Khan, शाहरुख के जीवन पर बनेगी सीरीज …

पौष माह की पूर्णिमा के उपाय

  1. पौष पूर्णिमा के दिन चावल का दान करना शुभ होता है. चावल का संबंध चंद्रमा से होता है और पूर्णिमा के दिन चावल का दान करने से चंद्रमा की स्थिति कुंडली में मजबूत होती है.
  2. पौष पूर्णिमा के दिन पानी में गंगाजल मिलाकर कुश हाथ में लेकर स्नान करना चाहिए.
  3. पौष पूर्णिमा पर भी पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है. सुबह उठकर पीपल के पेड़ के सामने कुछ मीठा चढ़ाकर जल अर्पित करें.
  4. पौष पूनम पर भी पति-पत्नी चन्द्रमा को दूध का अर्घ्य अवश्य ही दें. इससे दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहती है.
  5. पौष पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय चंद्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर “ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमसे नम:”अथवा “ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:’ मंत्र का जप करते हुए अर्घ्य देना चाहिए. इससे आर्थिक समस्या खत्म होती है.
  6. पौष पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी के चित्र पर 11 कौड़ियां चढ़ाकर उन पर हल्दी से तिलक करें. अगले दिन सुबह इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखें. इस उपाय से घर में धन की कमी नहीं होती है. हर पूर्णिमा के दिन इन कौड़ियों को अपनी तिजोरी से निकाल कर लक्ष्मी जी के सामने रखकर उन पर हल्दी से तिलक करें फिर अगले दिन उन्हें लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी में रखें. लक्ष्मीदेवी की कृपा बनी रहेगी.
  7. पौष पूर्णिमा के दिन मंदिर में जाकर लक्ष्मी को इत्र और सुगंधित अगरबत्ती अर्पण करनी चाहिए. धन, सुख समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी से अपने घर में स्थाई रूप से निवास करने की प्रार्थना करें.
  8. गुरू पुष्य योग की रात में चंद्रोदय पर अपने घर के मंदिर में धन लाभ के लिए श्री यंत्र, व्यापार वृद्धि यंत्र, कुबेर यंत्र, एकाक्षी नारियल, दक्षिणवर्ती शंख रखें. इनको साबुत अक्षत के ऊपर स्थापित करना चाहिए.