एक जमाने में स्टेटस सिंबल कहलाने वाला मोबाइल अब स्टेटस सिंबल तो नहीं रहा बल्कि अब वह हर किसी की जरुरत बन गया है. एक तरह से जिंदगी का हिस्सा बन गया है. मोबाइल ने लोगों के बीच की दूरियों को कम कर दिया है. अब पलक झपकते ही आप विश्व के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से सीधे बात कर सकते हैं. ना सिर्फ उस व्यक्ति से बात कर सकते बल्कि अब उससे आमने सामने एक दूसरे को देखते हुए भी बात की जा सकती है. इसके अलावा स्मार्टफोन से इंटरनेट के माध्यम से आप घर बैठे दुनिया की किसी भी चीज की जानकारी ले सकते हैं. लोगों को इन नए जनरेशन से जोड़ने के लिए छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने संचार क्रांति योजना की शुरुआत की. इस योजना के माध्यम से वे सूबे के 56 लाख से ज्यादा महिलाओं और छात्रों को मुफ्त बांट रहे हैं.
मोबाइल एक ऐसा डिवाइस है जिससे आप एक साथ कई काम कर सकते हैं. एक तरह से पूरी दुनिया को ही अपनी मुट्ठी में भर सकते हैं. लेकिन एक समय यह चुनिंदा लोगों के ही पहुंच में था और इसे पास में रखना किसी स्टेटस सिंबल से कम नहीं था. हालांकि वक्त के साथ मोबाइल में भी कई तरह के बदलाव हुए. ब्लैक एंड व्हाइट से मोबाइल की दुनिया रंगीन हो गई. समय के साथ इसमें लगातार तेजी से बदलाव होता गया. एक साधारण मोबाइल की जगह स्मार्ट फोन ने ले लिया. इस स्मार्ट फोन में कई तरह की तकनीकी सुविधाएं कंपनियों द्वारा दी जाने लगी. बातें करने के अलावा इससे इंटरनेट सर्च भी किया जाता है. इंटरनेट के जरिए आप दुनिया की हर जानकारी को अपने मोबाइल फोन की स्क्रीन पर देख सकते हैं. स्मार्ट फोन के जरिए आप हवाई जहाज की टिकट के साथ ही रेलवे की टिकट, बिजली बिल का भुगतान, पैसों का ट्रांसफर, डीटीएच रिचार्ज, किसी के लिए ये मोबाइल मनोरंजन का साधन है तो किसी की जिंदगी के लिए बेहद जरुरी उपकरण बन गया है. या यूं कहें कि यह जिंदगी का एक अटूट हिस्सा बन गया है. लेकिन यह मोबाइल एक बड़े वर्ग से अब भी दूर था. कईयों ने तो इसे देखा तक नहीं था. जिन्होंने देखा तो उनकी इतनी हैसियत नहीं थी कि वे महंगे स्मार्ट फोन खऱीद सकें. इसकी वजह मोबाइल फोन से ज्यादा जरुरी कहीं बच्चों की शिक्षा तो कहीं उनके पेट भरने की जिम्मेदारी ज्याद बड़ी थी. हालांकि वे भी स्मार्ट फोन खरीदना चाहते थे लेकिन अपनी मजबूरियों की वजह से वे अपना मन मसोस कर रह जाते. लोगों की आकांक्षाओं और उन्हें तकनीक के इस नए युग से जोड़ने के लिए डॉ रमन सिंह ने एक अहम फैसला लिया और स्काई योजना की शुरआत की. इस योजना के तहत सूबे के 55 लाख से ज्यादा परिवारों और छात्रों को समार्ट फोन मुफ्त में दिया जा रहा है. स्मार्ट फोन में इंटरनेट चलाने की स्पीड में कोई दिक्कत न आए इसके लिए प्रदेश में 1600 नए टावरों को लगाया जाएगा. इस पूरी योजना में 25 अरब से ज्यादा रुपयों को सरकार द्वारा खर्च किया जा रहा है.
सूरजपुर जिला आर्थिक रुप से ज्यादा संपन्न जिला नहीं है. यहां रहने वाले लोगों की आय बहुत ज्यादा नहीं है. लिहाजा कई इलाके यहां ऐसे थे कि वहां रहने वाले लोगों की तमन्ना स्मार्ट फोन खरीदने की थी जरुर लेकिन वे इसे पारिवारिक हालातों की वजह से खरीद नहीं पा रहे थे. जया की भी कहानी कुछ ऐसी ही थी, उसका भी सपना था कि उसके हाथ में भी स्मार्ट फोन हो. जिससे वो भी अपने परिचितों, रिश्तेदारों से बात कर सके. लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह स्मार्ट फोन खरीदने का खर्च वहन कर सके. परिवार की कई जरुरतें स्मार्ट फोन से ज्यादा जरुरी महसूस होने लगती. ऐसे में स्मार्ट फोन का ख्वाब सिर्फ ख्वाब बन कर रह गया. डॉ रमन की इस महती योजना ने जया के उन सपनों को पंख दे दिया. सरकार द्वारा उसे भी स्मार्ट फोन मिल गया. अब उसकी जिंदगी बदल गई. मोबाइल फोन मिलने के बाद वह खुश रहने लगी है. जया ही नहीं. मुमताज बेगम, आरती जायसवाल की कहानी जया से कुछ जुदा नहीं थी. अब उन्हें भी मोबाइल तिहार में स्मार्ट फोन मिल गया है. उनकी सारी हसरतें अब पूरी हो गई है.
सरकार द्वारा जो स्मार्ट फोन दिया जा रहा है. उसमें कई तरह के फीचर हैं. ये फीचर लोगों को खासा पसंद आ रहे हैं. लोग अब अपनी जरुरतों के हिसाब से एड डाउनलोड कर रहे हैं. सोशल मीडिया की लोकप्रियता अब इन तक भी पहुंच गई है. वाट्सअप इंस्टाल कर अब ये न सिर्फ परिचितों रिश्तेदारों से चैट कर रहे हैं बल्कि उसके वीडियो कालिंग को भी पसंद कर रहे हैं. और दोस्तों व रिश्तेदारों से वीडियो कालिंग के जरिए बात कर रहे हैं. वहीं गेम डाउनलोड कर अपने खाली समय में परिवार के बच्चे मोबाइल गेम का आनंद उठा रहे हैं. इसके अलावा लोग अपनी मनपसंद फिल्मों का भी आनंद उठा रहे हैं. इसके पहले वे इन सारी चीजों से महरुम थे. वहीं मोबाइल तिहार में मोबाइल लेने वाली महिला के खुशी का उस वक्त ठिकाना ना रहा जब खुद मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने फोन कर उससे बात की. वहीं देवमुनि नाम के एक शख्स के पास भी मुख्यमंत्री का फोन आया. देवमुनि का कहना है कि पहले तो उसे यकीन नहीं हुआ. फिर खुशी का ठिकाना नहीं रहा कि खुद सूबे के मुख्यमंत्री उसे फोन कर उसका हाल चाल जान रहे हैं. देवमुनि का कहना है कि उन्होंने सीएम को सूरजपुर आने का न्यौता दिया जिसे डॉ रमन ने स्वीकार भी कर लिया और कहा कि वे जल्दी ही सूरजपुर आएंगे और उनसे भी मुलाकात करेंगे. मोबाइल पाने वाले हितग्राही इस बात पर भी बेहद खुश हैं कि 6 महीने तक वे अनलिमिटेड बात कर सकते हैं. उनका कहना है कि डॉ रमन द्वारा दिया हुआ ये तोहफा उनके लिए अनमोल है.
तकनीक की इस दुनिया में स्मार्टफोन की उपयोगिता को जरा सा भी नकार नहीं सकते. आज स्मार्टफोन की वजह से लोगों की कई मुश्किलें आसानी से सुलझ जाती है. जिन कार्यों के लिए लोगों को घर से बाहर जाना पड़ता था और मिनटों का सफर व घंटो की लाइन जैसी मुश्किल हालातों से लोगों को मुक्ति मिली है. वहीं युवा वर्ग के लिए मोबाइल किसी वरदान से कम नहीं, अब युवा हाईस्पीड इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई के लिए आवश्यक हर चीज को आसानी से सर्च कर उसे डाउनलोड कर अपनी शैक्षणिक जरुरतों को पूरा कर रहे हैं, जो कि पहले संभव नहीं था. और यह सब हुआ है डॉ रमन सिंह की संचार क्रांति योजना की वजह से.