ग्वालियर। एक और जहां 500 साल बाद अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई तो वहीं मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी 212 घरों में किलकारी गूंजी। 22 जनवरी सभी के लिए एक यादगार दिन रहेगा। इस दिन बच्चों की किलकारी से कई घर गूंज उठे।

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सोमवार यानी 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई। वहीं इस दिन ग्वालियर में 212 घरों में किलकारियां गूंजी, शहर में 22 जनवरी को सबसे पहले सलोनी ने रात 12 बजकर 2 मिनट पर बेटे को जन्म दिया। डिलेवरी कराने वाली डॉक्टर का कहना है कि एक तरफ अयोध्या में 500 साल बाद भगवान राम आए हैं तो प्रसूताओं के घर भगवान के उपहार के रूप में बच्चे का जन्म हुआ है।

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राम मंदिर की प्रतिष्ठा मुहूर्त के समय 40 बच्चे जन्मे। वहीं 22 जनवरी की तारीख में 24 घंटे के दौरान कुल 212 बच्चों का जन्म हुआ है। इन सभी परिवारों के लिए ये दिन अनमोल है। अस्पताल प्रशासन की तरफ से जन्म लेने वाले नन्हे बच्चों को तोहफा भी दिया गया। लोगों का कहना है कि जन्म लेने वाले 212 बच्चे सौभाग्यशाली हैं क्योंकि उनके जन्म की तारीख वो तारीख है, जो इतिहास की सबसे बड़ी तारीख भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख है।

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