राम लला की सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं ये आभूषण, जानिए इनका धार्मिक महत्व
मंदिर में राम भक्तों का तांता लगना शुरू हो चुका है.
भगवान राम के रंग से लेकर उनके वस्त्र और आभूषण सभी एक खास महत्व रखते हैं.
मुकुट उत्तर भारतीय परम्परा द्वारा निर्मित किया गया है,जिसमें माणिक्य पन्ना और हीरे आदि कई रत्न जड़े गए हैं
मुकुट
भगवान राम के पारम्परिक मंगल तिलक को हीरे और माणिक्य से बनाया गया है
तिलक
कुंडल, मयूर की आकृति के बनाए गए हैं, जिसमें सोने, हीरे और माणिक आदि से जड़े गए हैं
कुंडल और कण्डा
कण्डा में मंगल का विधान रचते पुष्प अर्पित हैं और नीचे पन्ने की लडियां लगाई गई हैं
कुंडल, मयूर की आकृति के बनाए गए हैं, जिसमें सोने, हीरे और माणिक आदि से जड़े गए हैं
कौस्तुभमणि
भगवान के हृदय में कौस्तुभ मणि धारण कराया गया है, इसमें भी बड़े माणिक्य और हीरे आदि जड़े गए हैं
कौस्तुभमणि
हार को पदिक कहा जाता है, यह हीरे, पन्नों से जड़ा हुआ पांच लड़ियों का आभूषण होता है, इसलिए इसे पदिक कहा जाता है
पदिक
इसमें पांच प्रकार के पुष्पों - कमल, चम्पा, पारिजात, कुन्द और तुलसी भी निर्मित है.
विजयमाल
इसमें छोटी-छोटी पांच घंटियां भी लगाई गई हैं, जो पवित्रता का बोध कराती हैं
करधनी
प्रभु श्री राम के चरणों में छड़ा और पैजनियां पहनाई गई हैं, जो सोने से ही निर्मित हैं
पैरों में छड़ा और पैजनियां
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