नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. वहीं नई दिल्ली का इलाका, जहां वीआईपी का आनाजाना रहेगा और गणतंत्र दिवस की परेड होनी है, उस पूरे क्षेत्र को 11 जोन में बांट कर प्रत्येक जोन की जिम्मेदारी एक-एक डीसीपी को दी गई है. प्रत्येक डीसीपी के साथ दो एसीपी या एडिशनल डीसीपी और बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को लगाया गया है. इस प्रकार केवल नई दिल्ली में ही करीब 8000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.

 वहीं आतंकी हमले व खालिस्तानी आतंकियों के हंगामे के इनपुट मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. नई दिल्ली इलाके में रात में अब दो सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) गश्त करेंगे. साथ ही सब-डिवीजन में एक इंस्पेक्टर रात में गश्त करेगा.

इसके अलावा किसी भी संदिग्ध को पकड़कर उससे तुरंत गहन पूछताछ करने के आदेश दिए गए हैं. दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने गणतंत्र दिवस की सुरक्षा की कमान संभाल रखी है. वे सुरक्षा को लेकर अब तक वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ तीन बार बैठक कर चुके हैं.

नई दिल्ली जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आदेश दिया है कि जिले में अब दो एसीपी रात में गश्त करेंगे. एक जोन बाराखंभा रोड, कनॉट प्लेस और संसद मार्ग सब-डिवीजन को बनाया गया है. दूसरा चाणक्यपुरी व तुगलक रोड नई दिल्ली को दो जोन में बांटा सब-डिवीजन में एक इंस्पेक्टर को गश्त करने के आदेश दिए गए सब डिवीजन को बनाया गया है. हर जोन में एक-एक एसीपी गश्त करेंगे. आदेश में कहा गया है कि हर सब-डिवीजन में हर थाने से एक इंस्पेक्टर शाम 6 से रात 11 बजे तक और रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक पेट्रोलिंग करेगा. एसीपी व इंस्पेक्टर को आदेश दिया गया है कि वे पेट्रोलिंग, पिकेट पर तैनात, पिंक बूथ व मोर्च पर तैनात पुलिसकर्मियों से डाटा एकत्रित करेंगे. साथ ही, ड्यूटी पाइंट चेक करेंगे. नाइट जीओ ये सुनिश्चित करेंगे कि रात के समय सड़क पर कोई लावारिस बेरिकेड पड़ा न मिले. नाइट जीओ रात में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए की व्यवस्था करेंगे.