नवांशहर से बड़ी खबर सामने आई है कि चलती मीटिंग में कांग्रेस वर्कर आपस में भिड़ गए।

मिली जानकारी के अनुसार आनंदपुर साहिब की सीट को लेकर मीटिंग रखी गई थी, जिसमें कांग्रेस इंचार्ज देवेंद्र यादव सहित मनीष तिवारी मौजूद रहे। वहीं पंजाब प्रधान अमरिंदर राजा वड़िंग किसी कारण इस मीटिंग में शामिल नहीं हो सके।

इसी बीच चलती मीटिंग के दौरान 2 पक्ष आपस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि बरिंदर ढिल्लों के समर्थकों का दूसरे पक्ष के साथ विवाद हो गया। इस दौरान देवेंद्र यादव व मनीष तिवारी ने बड़ी ही मुश्किल से स्थिति को संभाला। दोनों पक्ष एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे थे। बरिंदर ढिल्लों के समर्थकों ने कहा कि दूसरे पक्ष के लोगों को मीटिंग में बोलने का कोई हक नहीं है, क्योंकि वह कांग्रेस वर्कर नहीं है और न ही उन्होंने कभी कांग्रेस को वोट दिया है। इस दौरान उन्होंने मनीष तिवारी को भी आगामी चुनाव में टिकट न दिए जाने का विरोध किया है। बताया जा रहा है कि इस दौरान बरिंदर ढिल्लों के समर्थक तथा श्री आनंदपुर साहिब कांग्रेस पार्टी आपस में भिड़े।

आपको बता दें देवेन्द्र यादव व कांग्रेसी नेता सभी जिलों में जाकर लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का मंथन कर रहे हैं। इसी के चलते आज उनकी आनंदपुर सीट को लेकर नवांशहर में मीटिंग थी।गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस में कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू व प्रताप बाजवा सहित अन्य नेताओं में कलह बढ़ता ही जा रहा है। सिद्धू की अलग से रैलिया करने को लेकर पंजाब प्रधान राजा वड़िंग कई बार चेतावनी दे चुके हैं।