Rajasthan News: जयपुर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद लक्षद्वीप की पर्यटन नक्शे पर नए तरीके से ब्रांडिंग और पहचान बनी है. उसी तरह से फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आमेर महल, हवामहल, जंतर-मंतर और अल्बर्ट हॉल भ्रमण के बाद इन चारों स्मारकों की दुनिया के पर्यटन नक्शे पर नए सिरे से ब्रांडिंग होगी और पहचान बनेगी. कोरोना के बाद जयपुर और राजस्थान पर्यटन नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा. वहीं राज्य के पर्यटन उद्योग में नई ऊर्जा का संचार देखा जा रहा है.

पर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार पिछले कुछ समय से फ्रांस से जयपुर आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी देखी गई है. दोनों वैश्विक नेताओं के इन स्मारकों के बाद फ्रांस व अन्य देशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में 25 से 30 प्रतिशत का इजाफा होगा. वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने के बाद जयपुर और राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और पर्यटन से रोजगार के अवसरों में भी बढोतरी होगी.

कोरोना के बाद ऐसा लग रहा था कि राजस्थान पर्यटन के लिए देसी पर्यटक ही संजीवनी रहेंगे. लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों और प्रधानमंत्री मोदी का जयपुर के स्मारकों पर भ्रमण पूरी दुनिया को राजस्थान पर्यटन की ओर आकर्षित करेगा. कोरोना के बाद जयपुर आने वाले विदेशी पावणों की संख्या में कमी आई है. लेकिन दोनों नेताओं के भ्रमण के बाद पर्यटन की तस्वीर बदल जाएगी.
-महेन्द्र सिंह राठौड, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स

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