तिल की उत्पत्ति कैसे हुई और क्या है इसका भगवान विष्णु से संबंध

तिल के बीज जिसका उपयोग रसोई में तड़का से लेकर लड्डू और गजक समेत कई सारी रेसिपीज बनाने के लिए की जाती है.

दक्षिण भारत में तिल को एलु के नाम से जाना जाता है.

हवन कार्य से लेकर तर्पण तक इसका उपयोग हिंदू धर्म में कई चीजों के लिए किया जाता है

पद्म पुराण के अनुसार तिल की उत्पत्ति भगवान विष्णु से हुई है.

मान्यता है कि युद्ध के वक्त भगवान विष्णु के शरीर से पसीना निकला था,

जिसके बाद उस पसीने से तिल के बीज की उत्पत्ति हुई थी.

तिल के बीज को भगवान विष्णु ने मोक्षदायक होने का आशीर्वाद दिया है.

साथ ही तिल के बीज को सबसे पवित्र और शुद्ध अनाज के रूप में माना गया है,

जिसके बिना हवन, तर्पण, तुलसी वर्षा, विष्णु पूजा और विभिन्न तरह के अनुष्ठान को अधूरा माना गया है।

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