गांधीनगर। गुजरात में विधायकी छोड़ने का सिलसिला चल पड़ा है. वड़ोदरा जिले के वाघोडिया विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक धर्मेंद्रसिंह वाघेला ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. पिछले दो महीनों में ऐसा करने वाले वह तीसरे विधायक बन गए हैं. वह लोकसभा चुनावों से पहले अपने समर्थकों के साथ दोबारा से भाजपा में शामिल हो सकते हैं. इसे भी पढ़ें : ED BREAKING : शराब और कोयला घोटाले में दो पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, EX CS, IAS अधिकारियों सहित 100 से अधिक लोगों पर ACB में FIR

धर्मेंद्रसिंह वाघेला ने गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को इस्तीफा देने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता से चर्चा करने के बाद यह फैसला लिया है. मैंने इस्तीफा दे दिया है क्योंकि मैं देश में राम राज्य स्थापित करने के कोशिश में प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के हाथों को मजबूत करना चाहता हूं.

इसे भी पढ़ें : Horoscope Of 26 January : ऐसा रहेगा आज राशियों का हाल और ग्रहों की चाल, जानिए अपनी राशि …

वाघेला से पहले पिछले साल दिसंबर महीने में विसावदर सीट से ‘आप’ विधायक भूपेंद्र भयानी और विजापुर सीट से कांग्रेस विधायक सीजे चावड़ा ने भी इस्तीफा दे दिया था. अप्रैल में लोकसभा चुनाव होने की संभावना है.

पूर्व में भाजपा से जुड़े रहे वाघेला ने 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद बगावत का बिगुल बजाते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. उन्होंने भाजपा के अश्विन पटेल को 14,000 से अधिक वोटों से हराकर बड़ी जीत हासिल की थी.

इसे भी पढ़ें : मोदी सरकार ने इस विदेशी उद्योगपति को पद्म सम्‍मान देकर चीन की लगा दी लंका, न शिकायत कर सकता है, न तारीफ…

वाघेला और दो अन्य उम्मीदवारों धवलसिंह जाला और मावजीभाई देसाई को पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से निलंबित कर दिया गया था. हालांकि, चुनाव के बाद तीनों ने प्रधानमंत्री मोदी के जन-समर्थक कार्यों के चलते भाजपा सरकार को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी.