रायपुर। हिदायतुल्ला लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर सुखपाल सिंह ने आखिरकार आज अपने पद से इस्तीफा दे ही दिया. प्रो. सुखपाल को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने खुले तौर पर मोर्चा खोल दिया था. बीते कई महीनों से छात्रों को कुलपति के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है. कुलपति के खिलाफ छात्रों कई दिनों हड़ताल पर बैठें थे और आज से उन्होंने भूख हड़ताल भी छात्रों ने शुरू कर दिया था.

ये है हिदायतुल्ला विश्वविद्यालय का विवाद

हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एचएनएलयू) में कुलपति सुखपाल सिंह के फिर से कार्यभार संभालने के बाद छात्र-छात्राओं का एक बार फिर प्रदर्शन शुरू कर दिया था. छात्र-छात्राओं ने कुलपति पर कुप्रबंधन, भ्रष्टाचार और यौन उत्पीड़न के आरोपों के ख़िलाफ़ किसी भी तरह की कार्रवाई में असफल रहने के आरोप लगाए हैं. मालूम हो कि कुलपति का कार्यकाल ख़त्म होने के बाद उन्हें सेवा विस्तार मिलने की वजह से छात्र-छात्राएं उनके इस्तीफे की मांग को लेकर इससे पहले बीते 27 अगस्त को धरने पर बैठे थे. 10 दिन तक चले इस प्रदर्शन में कुलपति को हटाने की मांग के साथ हॉस्टल में आने-जाने की समयसीमा को पूरी तरह से ख़त्म करना, लाइब्रेरी के लिए कर्फ़्यू टाइम को बढ़ाना, मोरल पुलिसिंग ख़त्म करना, यौन उत्पीड़न मामलों में कार्यवाई के लिए कमेटी का गठन, स्वतंत्र वॉर्डन की नियुक्ति और छात्र-छात्राओं की प्रतिक्रिया लेने के लिए व्यवस्था बनाने की मांगें शामिल थी. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने कुलपति के सेवा विस्तार को निरस्त कर दिया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के इस फैसले पर रोक लगा दी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 25 सितंबर को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति सुखपाल सिंह ने फिर से कार्यभार संभाल लिया है. कुलपति की वापसी का छात्र-छात्राओं द्वारा विरोध किया जा रहा है.