मनोज यादव, कोरबा. एक बेहद चौकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक अधेड़ युवक की लाश पुलिस ने बरामद की है. जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल कर मामले की जानकारी परिजनों को दी, लेकिन मृतक के 2 बेटों ने लाश लेने से इंकार कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए जो मिसाल पेश की वो अब चर्चा का विषय बन गया है.

बता दें कि, राजेंद्र पांडे नामक व्यक्ति की लाश पुलिस को मिली. पुलिस ने जब उनके 2 बेटों को इसकी जानकारी दी तो कलयुगी बेटे ने लाश लेने से इंकार कर दिया. उनका कहना था कि, पिता शराबी थे और बहुत पहले उन्होंने घर छोड़ दिया था. जिसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी अभिनव कांत सिंह ने मामले को संवेदनशीलता से लेते हुए पंचनामा और पोस्टमार्टम के बाद जरूरी व्यवस्था कराकर मृतक का अंतिम संस्कार कराया.

कोतवाली थाने में पदस्थ एएसआई अजय सिंह ने बताया कि, घाट के सूचना पर मौके पर पहुंचे और जांच करवाई की गई. जहां परिजनों को सूचना दिया गया. मृतक के दोनों बेटे ने शव को लेने से इंकार कर दिया. परिजनों ने बताया कि, उसके पिता आदतन शराबी थे. घर से बाहर निकल चुके थे और बीमारी से ग्रसित भी. जब घर से निकल गए हैं तो अब वो उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. ऐसे में पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई करते हुए आसपास के लोगों की मदद से उसका हिंदू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

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