नई दिल्ली. समयपुर बादली से दोस्तों के साथ शादी समारोह में गए दिल्ली पुलिस के एसीपी के बेटे लक्ष्य चौहान के शव सुराग नहीं मिल पाया है. दिल्ली पुलिस की पांच टीम दिल्ली और हरियाणा के इलाके में नहर में गोताखोरों की मदद से उसके शव की तलाश में जुटी है. इस मामले में गिरफ्तार नरेला निवासी अभिषेक ने खुलासा किया है कि उसने अपने दोस्त विकास भारद्वाज के साथ मिलकर नहर में धक्का देकर लक्ष्य की हत्या की है.
इस खुलासे के बाद पुलिस ने हत्या और साक्ष्य छिपाने की धारा जोड़ दी है. पुलिस आरोपी अभिषेक को तीन की रिमांड पर लेकर घटनास्थल के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ साथ मुख्य आरोपी विकास भारद्वाज के बारे में सुराग तलाशने में जुटी है.
तीस हजारी अदालत में वकालत करने वाला लक्ष्य 22 जनवरी को अदालत के एक क्लर्क विकास भारद्वाज के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए रोहतक गया था. वापस नहीं आने पर उनके पिता ने समयपुर बादली में उनकी गुमशुदगी की शिकायत की. उनके फोन बंद होने और समारोह के बाद से दोस्तों के गायब होने पर पुलिस ने 24 जनवरी को अपहरण का मामला दर्ज कर लिया.
तकनीकी आधार पर पुलिस ने समारोह में गए नरेला निवासी अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया. उसने बताया कि उन लोगों ने पानीपत के पास लक्ष्य को नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी है. उसने बताया कि विकास भारद्वाज ने उसे बताया था कि लक्ष्य ने उससे रुपये उधार लिए थे. वापस मांगने पर वह उसके साथ दुर्व्यवहार करता है. इसके बाद दोनों ने उसकी हत्या की साजिश रची. शादी समारोह से वापस आने के दौरान उनलोगों ने उसे नहर में धक्का दे दिया.