दिल्ली. एक रेहड़ी पटरी वाला अपने परिवार का पेट पालने के लिए छोटा-मोटा कारोबार करता है. रोज की कमाई पर ही उसका पूरा परिवार निर्भर रहता है. लेकिन क्या होगा जब किसी रेहड़ी पटरी वाले को पता चले कि उसके बैंक खाते में करोड़ों नहीं बल्कि अरबों रुपए जमा हैं? कहानी थोड़ी फिल्मी लगती है लेकिन बात सौ फीसदी सही है.

मामला पड़ोसी देश पाकिस्तान का है. पाकिस्तान में एक गरीब रेहड़ी पटरी वाले के बैंक खाते में 2.25 अरब रुपये की भारी भरकम रकम का पता चलने के बाद अब वह जांच एजेंसियों के निशाने पर आ गया है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह जमा राशि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से जुड़े कई अरब रुपये के धन शोधन घोटाला से जुड़ी थी. शख्स का नाम अब्दुल कादिर है और वह कराची के ओरंगी शहर का रहने वाला है.

कादिर को इस धनराशि के बारे में तब पता चला जब संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) से उसे एक चिट्ठी मिली. उसने मीडिया को बताया, ‘‘मेरे भाई ने मुझे बताया कि जांच एजेंसी से मेरे नाम पर एक चिट्ठी आयी है और इसके लिये मुझे तलब किया गया है.’’

कादिर ने कहा, ‘‘मैं दुनिया का नंबर एक बदकिस्मत इंसान हूं. जैसा कि उन्होंने मुझे बताया कि मेरे खाते में अरबों रुपये हैं, लेकिन मैं कम से कम अपने रहन-सहन में थोड़े से भी सुधार के लिये इसमें से एक पाई भी खर्च नहीं कर सकता.’’

रिपोर्ट के अनुसार एफआईए से जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया कि कादिर के बैंक खाते में 2.25 अरब रुपये की भारी भरकम रकम का पता चला है जो पीपीपी के सह अध्यक्ष जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर की संलिप्तता वाले धन शोधन घोटाले से संबंधित है.