Rajasthan News: कोटा. सॉरी मम्मी-पापा मैं जेईई नहीं कर सकती, मैं एक हारी हुई लड़की हूं. मौत ही मेरे लिए अंतिम विकल्प है. एक कागज पर यह लिखने के बाद 19 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली. परीक्षा से दो दिन पहले सोमवार को उसने यह कदम उठाया.

कोटा में एक सप्ताह में यह दूसरी खुदकुशी है. जिंदगी से हार मान लेने वाली छात्रा की पहचान निहारिका के तौर पर हुई है. वह जेईई मेन्स की तैयारी कर रही थी. पुलिस को मिले सुसाइड नोट में निहारिका ने खुद को सबसे बुरी बेटी बताया. उसने लिखा, मुझे माफ कर दें, मेरे पास यही आखिरी विकल्प बचा है. क्षेत्राधिकारी डीएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया, निहारिका शहर के बोरखेड़ा की शिव विहार कॉलोनी में अपने पैतृक घर में रहती थी. पिता कोटा में निजी बैंक में सुरक्षा गार्ड हैं. 31 जनवरी को जेईई देनी थी.

दोबारा देनी पड़ी थी परीक्षा

चचेरी बहन ने बताया, निहारिका जेईई को लेकर तनाव में थी. वह खुद को परीक्षा के लिए असमर्थ पा रही थी. कम अंक मिलने के कारण उसे 12वीं की परीक्षा दोबारा देनी पड़ी थी. भाई विक्रम सिंह ने बताया, तीन बहनों में सबसे बड़ी निहारिका पढ़ाई में अच्छी थी.

इस साल दूसरी आत्महत्या

इस साल कोटा में किसी अभ्यर्थी की आत्महत्या का यह दूसरा मामला है. इससे पहले, 23 जनवरी को यूपी के मुरादाबाद निवासी मोहम्मद जैद (19) ने छात्रावास में खुदकुशी कर ली थी. वह कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था.

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