नई दिल्‍ली . प्रवर्तन निदेशालय ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कार से 36 लाख कैश बरामद किए है. ईडी ने हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से 2 बीएमडब्ल्यू कार  को भी जब्त किया है. इस दौरान कई कागजात भी ईडी को मिले और 36 लाख कैश बरामद किया गया है.

केंद्रीय जांच एजेंसी की एक टीम सोमवार सुबह राजधानी दिल्ली में शांति निकेतन स्थित सोरेन के आवास पर पहुंची. टीम करीब यहां 13 घंटे तक रही. ईडी सूत्रों ने बताया कि सीएम हेमंत सोरेन इस दौरान बंगले पर नहीं मिले. छापेमारी के दौरान 36 लाख रुपए कैश जब्त किया गया. हरियाणा के नंबर प्लेट वाली एक बीएमडब्ल्यू कार भी मिली जो ‘बेनामी’ नाम से रजिस्टर्ड है. इसके अलावा कुछ अहम दस्तावेज मिलने की बात भी कही गई है.

ईडी सूत्रों के मुताबिक, सीएम हेमंत सोरेन जिस चार्टर्ड विमान से रांची से दिल्‍ली आए थे, वह अभी तक दिल्‍ली एयरपोर्ट पर खड़ा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि हेमंत रविवार रात ही दिल्‍ली स्थिति घर से चले गए थे. भाजपा, हेमंत सोरेन पर तंज कस रही है. वहीं, परिवार और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता इसे हेमंत सोरेन को बदनाम करने की ‘नियोजित’ साजिश करार दे रही है.

हेमंत सोरेन के घर मिली नोटों की गड्डियां

ईडी ने हेमंत सोरेन के घर मिले कैश की तस्वीर भी जारी की है. इसमें 500 के नोटों की कई गड्डियां दिखाई दे रही हैं. बताया गया है यह रकम 36 लाख रुपए है. बरामद कैश को प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त कर लिया है.

कहां हैं हेमंत सोरेन?

ईडी सूत्रों ने यह भी बताया है कि सोमवार सुबह जब दिल्ली आवास में टीम पहुंची तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वहां नहीं मिले. रविवार रात तक सोरेन के इसी आवास में मौजूद होने की सूचना थी. ईडी की छापेमारी से पहले आवास से निकले सोरेन अभी तक सामने नहीं आए हैं. सोरेन कहां हैं इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है. अटकलें हैं कि सोरेन सड़क मार्ग से झारखंड के लिए निकल चुके हैं. कथित जमीन घोटाले में ईडी सोरेन से दूसरे दौर की पूछताछ करना चाहती है. इससे पहले 20 जनवरी को सोरेन से रांची में पूछताछ हुई थी.

इस पूरे घटनाक्रम के बीच हेमंत सोरेन के एक पत्र का भी जिक्र हो रहा है. यह पत्र हेमंत सोरेन द्वारा जांच एजेंसी को भेजा गया था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले में 20 जनवरी को सोरेन से रांची में उनके आधिकारिक आवास पर पूछताछ की थी और उन्हें नया समन जारी करते हुए यह बताने को कहा था कि वह पूछताछ के लिए 29 जनवरी या 31 जनवरी में से किस दिन आएंगे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सोरेन ने एजेंसी को एक पत्र भेजा था, लेकिन पूछताछ के लिए दिन या तारीख नहीं बतायी थी. सोरेन ने ईडी को रविवार को भेजे ईमेल में उस पर राज्य सरकार के कामकाज में बाधा डालने के लिए ‘राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित’ होने का आरोप लगाया और दावा किया कि 31 जनवरी को या उससे पहले उनका बयान दोबारा दर्ज कराने की ईडी की जिद से दुर्भावना झलक रही है. सोरेन ने रविवार को भेजे ईमेल में कहा, “अदालत को उपलब्ध कराने के लिए 20 जनवरी को मुझसे सात घंटे तक हुई पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखें.” हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को दोपहर एक बजे उनके आवास पर बयान दर्ज कराने के लिए स्वीकृति दे दी है.