रायपुर. शास्त्री चौक स्थित दाऊ कल्याण सिंह स्नाकोत्तर संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र का आज मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शुभारंभ किया. सभा को संबोधित करते हुए सीएम रमन सिंह ने कहा कि आने वाले समय में संस्थान को पीजीआई का दर्जा मिलेगा. यहां के सभी चिकित्सकों पर जिम्मेदारी है कि सरकार की योजनाओं का लाभ मरीजों को मिले. आयुष्मान भारत के लोगों को यहां लाभ मिलेगा. सीएम ने कहा कि बिहार के एक डॉक्टर ने उन्हें बताया कि बीजापुर के सरकारी अस्पताल की ओटी की सुविधा पटना के सरकारी अस्पताल जैसी है.

इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर भी मौजूद थे. उद्घाटन कार्यक्रम में अजय चंद्राकर ने कहा कि जिस छत्तीसगढ़ को बीमारू प्रदेश कहा जाता था वहां डीकेएस जैसा अस्पताल बन कर आज समर्पित हो रहा है, छत्तीसगढ़ के भोले-भाले लोगों को कुछ लोगों ने उपनिवेश बना कर रखा था. 2003 के बाद हमारी सरकार ने लोगों की समस्याओं को समझा, ऐसे दानदाता नहीं होते तो छत्तीसगढ़ में इतना बड़ा अस्पताल नहीं बनता, इसलिए हम दाऊ कल्याण सिंह जी के नाम पर स्नातकोत्तर संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र बनाया.

बता दें कि डीकेएस अस्पताल 140 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई है. अस्पताल में 10 विभाग है, जिसमें नेफ्रोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन, पैथालोजी, रेडियोलॉजी एवं एनेस्थेसिया विभाग है. डीकेएस अस्पताल का संचालन के लिए 80 चिकित्सक, 218 नर्सिंग स्टॉफ, 210 पैरामेडिकल एवं अन्य स्टॉफ मौजूद रहेंगे. साथ ही 280 हाउस कीपिंग स्टॉफ, 180 सिक्योरिटी तत्पर रहेंगे. इस अस्पताल में 125 बिस्तरों का क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित हो चुका है, जिसमें वेंटिलेटर, मॉनिटर आदि की व्यवस्था है. इस अस्पताल में लीवर डायलिसिस भी प्रारंभ होने जा रहा है. यह सुविधा अभी दिल्ली में उपस्थित है.