जितेंद्र सिन्हा, राजिम. देश की आजादी के लिए भगत सिंह ने कुर्बानी दी. डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान में सबको बराबर का अधिकार दिया. देश के इन महापुरुषों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. लेकिन इन महापुरुषों के योगदान को फिंगेश्वर के नगर निगम के कर्मचारियों ने भुला दिया है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इन महापुरुषों की तस्वीर को गंदगी और चप्पलों के बीच फेंक दिया. महापुरुषों के अपमान का यह मामला नगर पंचायत फिंगेश्वर का है. नगरवासियों ने बताया कि देश के महापुरुषों की तस्वीर को नगर पंचायत फिंगेश्वर के कर्मचारियों ने ही गंदगी में फेंका है. वहीं शिकायत के बाद वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल चंद्रकार ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बाद भी संतों की तस्वीर को गंदगी से नहीं हटाया. आज ये नजारा जिसने भी देखी सभी के होश उड़ गए और सैकड़ों की संख्या में लोगों का हुजूम नगर पंचायत में उमड़ गया. निगम की इस लापरवाही पर नगरवासियों ने जमकर हंगामा किया.

2 अक्टूबर को जहां पूरा देश महात्मा गांधी की जयंती मना रही है वहीं नगर पंचायत परिसर में गंदी के बीच पड़े संविधान निर्माता, शहीद भगत सिंह  की तस्वीर मिलने की खबर से शहर में आग की तरह फैल गई. मौके पर नागवासी सहित बड़ी तदाद में लोग इकठ्ठा हो गए. मौके पर मौजूद पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष दुजलाल बंजारे ने महापुरुषों के अपमान को निंदनीय बताया. उन्होंने बताया कि सूचना पर जब जाकर देखा तो ठीक नगर पंचायत कार्यलय के पास तस्वीरें पड़ी हुई थी. इसके बाद मौके पर वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल चंद्रकार भी पहुंच गए. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है. साथ ही जो भी यह हरकत किया है उसे छोड़ा नहीं जाएगा.