‘आज तक’ टीवी चैनल के एंकर सुधीर चौधरी के खिलाफ झारखंड में मुकदमा दर्ज किया गया है. सुधीर चौधरी ने झारखंड के सीएम रहे हेमंत सोरेन पर विवादित टिप्पणी की थी. ऐसे में अपनी ही टिप्पणी में फंस गए हैं. झारखंड पुलिस ने उनके खिलाफ SC/ST एक्ट में FIR दर्ज की है.
सुधीर चौधरी पर FIR के बाद अब एक्स (X) पूर्व में ट्विटर पर #ArrestSudhirChaudhary ट्रेंडिंग में है. वहीं ट्राइवल आर्मी के फ़ाउंडर एवं आदिवासी एक्टिविस्ट हंसराज मीणा ने भी गिरफ्तारी की मांग उठाई है. इसके अलावा X पर अलग-अलग यूजर्स उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
हंसराज मीणा ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, ”झारखंड के लोकप्रिय सीएम हेमंत सोरेन जी, के विरूद्ध मोदी सरकार ने सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग व द्वेषभावपूर्ण कार्यवाही की है. सुधीर चौधरी ने इस आड़ में हेमंत सोरेन के साथ संपूर्ण आदिवासियों के खिलाफ गलत नेरेटिव बनाकर उन्हें अपमानित किया है. सजा होनी चाहिए.”
दिलीप मंडल ने X पर लिखा, ”सुधीर तिहाड़ी बड़ा नफरती है. इसे दिक्कत है कि आदिवासी अच्छा जीवन क्यों जी रहे हैं. आदिवासी सबसे पुराने बाशिंदा हैं. उनकी जमीन के नीचे के रिसोर्स से, कोयले से 55% बिजली बनती है. लोहा उनकी जमीन के नीचे है. इज्जत करनी चाहिए आदिवासियों की. उनका हक देना चाहिए.”
हेमंत सोरेन को लेकर कही ये बात
बता दें कि आज तक प्राइम टाइम के एंकर सुधीर चौधरी ने बीते दिन हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से पहले एक शो को होस्ट कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने चित्रा त्रिपाठी से पूछते हुए कहा था कि ”हेमंत सोरेन बाहर आए या नहीं आए…और अब उनकी रात कहां बीतेगी…उन्हें तो बहुत शानदार लाइफ स्टाइल की आदत है. प्राइवेट्स प्लेनस में चलते हैं…बड़ी-बड़ी गाड़ियों में चलते हैं…आज उनके लिए एक तरीके से वैसा ही होगा जैसा वो 20…30…40 साल पहले वापस अपने किसी आदिवासी के तौर पर किसी जंगल में चले जाएं..आज की रात काफी मुश्किल होने वाली है.
कौन हैं सुधीर चौधरी ?
सुधीर चौधरी 1993 में, सुधीर ने ज़ी न्यूज़ के एक पत्रकार के रूप में अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की. जी न्यूज में अपने DNA शो को लेकर काफी फेमस हुए. हालांकि अब वे आज तक चैनल से जुड़ गए हैं. इस समय वे ब्लैक एंड व्हाइट शो होस्ट कर रहे हैं.
उगाही का आरोप और गिरफ्तारी
नवम्बर 2012 में सुधीर चौधरी व उनके साथी समीर अहलूवालिया को अवैध वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. यह गिरफ्तारी उद्योगपति एवं कांग्रेस सांसद नवीन जिन्दल द्वारा दर्ज एक शिकायत पर आधारित थी. इसमें जिन्दल ने कहा कि दोनों पत्रकारों ने उनसे, जिन्दल समूह तथा कोयला घोटाले को जोड़ती हुई कोई खबर ना चलाने के बदले 100 करोड़ रुपए मांगे. दोनों को तिहाड़ जेल में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, हालांकि बाद में वे जमानत पर छूट गए.