रायपुर। एक तरफ सरकार गौ पालन को बढ़ावा देने की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ सरकार के ही उच्च शिक्षित अधिकारी गौ पालन से संक्रमण होने की बात कह रहे हैं। यहां तक कि अगर कोई कर्मचारी गौ पालन कर रहा है तो उसका आवास खाली कराए जाने के साथ ही उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी गई है। और इसकी जिम्मेदारी भी कर्मचारी के ऊपर डाल दी गई है। इस आदेश के बाद कर्मचारी काफी हैरत और गुस्से में भी हैं।
दरअसल पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलसचिव धर्मेश साहू ने अपने कर्मचारियों के लिए एक तुगलकी आदेश जारी किया है। इसमें कर्मचारियों को आदेश दिया गया है कि वे पशुओं की संख्या बताने के साथ ही उन्हें टैग लगाकर घर में बांधकर रखने की सहमति दें। अगर कोई कर्मचारी इस आदेश का अवहेलना करेगा तो विश्वविद्यालय प्रशासन उसे आबंटित आवास से बेदखल करने के साथ ही उसके खिलाफ कार्यवाही करने की लिखित में चेतावनी दी है। धर्मेश साहू आईएएस अधिकारी है और पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलसचिव हैं।
क्या लिखा है आदेश में
उस आदेश में उन्होंने लिखा है कि विश्वविद्यालय परिसर में गाय-भैंस विचरण करते हैं जिससे कि शिक्षकों और विद्यार्थियों को आवागमन में परेशानी होती है। परिसर में पशुपालन से बीमारियों के संक्रमण की संभावना रहती है।
विश्वविद्यालय में परिसर में निवास करने वाले कर्मचारी यदि किसी प्रकार का पशुपालन कर रहे हों तो उनकी संख्या बताते हुए लिखित में सहमति दें कि पशुओं को निवास में ही बांध कर रखेंगे तथा पशुओं के गले में पहचान हेतु टैग लगावेंगे। अन्यथा कि स्थिति में उन्हें विश्वविद्यालय आवास रिक्त करना होगा।
निर्देशों की अवहेलना पाए जाने की दशा में संबंधित कर्मचारियों को आबंटित आवास गृह निरस्त किये जा सकेंगे एवं उनके विरुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नियमानुसार कार्यवाही भी की जाएगी। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित कर्मचारी की होगी।