बठिंडा. गांव बल्लुआना में सुरक्षा मिलने के बाद एक मुर्गा चर्चा का विषय बना है. दरअसल, गांव में मुर्गों की लड़ाई की प्रतियोगिता के दौरान मुर्गे से क्रूरता करने के आरोप में पुलिस ने दो सप्ताह पहले गांव के ही राजविंदर सिंह, जगसीर सिंह और गुरजीत के खिलाफ केस दर्ज किया था. 23 जनवरी को राजविंदर को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद मुर्गा केस प्रापर्टी बन गया.
पुलिस ने कुछ दिन तक मुर्गे को थाने में रखा था. पुलिस देखभाल करने के साथ-साथ दाना भी डालती थी. अब पुलिस ने उसकी देखभाल की जिम्मेदारी उसी गुरजीत सिंह को दे दी है, जिस पर क्रूरता करने का आरोप है. यही नहीं, यह मुर्गा पुलिस के लिए भी टेंशन बना है. पुलिस को उसे केस की हर सुनवाई पर अदालत में पेश करना पड़ता है. मुर्गे की सुरक्षा जिम्मेदारी पुलिस की है, लेकिन इस समय देखभाल गुरजीत ही कर रहा है. असली मालिक भी गुरजीत है और वह ही मुर्गे को प्रतियोगिता में लेकर गया था. उस आरोप है कि उसने मुर्गे से क्रूरता भरा व्यवहार किया है और उसकी लड़ाई भी करवाई.
थाना सदर के एसएचओ बलविंदर सिंह ने मीडिया को बताया कि मुर्गे को उसके मालिक के हवाले कर दिया गया है, लेकिन उसको हिदायत की गई है कि वह मुर्गे की संभाल करे और उसके खाने-पीने का पूरा ध्यान रखे. उन्होंने बताया कि जब उनको मुर्गे को पेश करने के आदेश जारी किए जाएंगे तो वह उसे ले जाकर अदालत में पेश करेंगे.
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