भरत ठाकुर,बिलासपुर. सकरी बटालियन के एक सिपाही ने फर्जी नाम से आईडी बनाया और फिर एक महिला से दोस्ती की. उससे शादी का झांसा देकर दो साल तक दैहिक शोषण किया. महिला सिपाही को ढूंढ़ते उसके पैतृक गांव पहुंची. तब पता चला कि वह पहले से ही शादीशुदा है. महिला चार माह से सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाने से लेकर आईजी तक को आवेदन दिया है, लेकिन अब तक मामला दर्ज नहीं किया गया है.
सकरी बटालियन में पदस्थ आरक्षक क्रमांक 349 नंद कुमार खूंटे ने फेसबुक पर फर्जी नाम व पते की आईडी आकाश खूंटे के नाम से बनाया था. इसके बाद दुर्ग जिले की एक महिला से दोस्ती की. करीब दो वर्ष तक चैट करने के बाद खूंटे ने महिला से शादी का प्रस्ताव रखा.
महिला के परिजन के घर तक शादी करने का प्रस्ताव लेकर गया. महिला के परिजन की सहमति के बाद कुछ दिनों तक नंदकुमार उर्फ आकाश खूंटे महिला को कभी रायपुर, कभी भोपाल बुलाता रहा. एक साल तक दैहिक शोषण किया. महिला ने शादी के लिए दबाव बनाया तो आरक्षक ने अपना मोबाइल नंबर बदल दिया. पीडि़त महिला नंदकुमार उर्फ आकाश खूंटे के पैतृक आवास ढूंढ़ते हुए जाजंगीर-चांपा जिले के ग्राम भलवाडी लगरा, पोस्ट नरियरा तहसील पामगढ़ पहुंची, तब पता चला कि आरक्षक ने फेसबुक पर फर्जी नाम से आईडी बनाकर उसे धोखा दिया है. गांव के सरपंच ने फोटो के आधार पर नंदकुमार उर्फ आकाश खूंटे की पहचान की. बटालियन के आरक्षक ने महिला से मारपीट कर उसे भगा दिया.
पीड़ित महिला चार माह से आरक्षक नंदकुमार खूंटे उर्फ आकाश खूंटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर तारबाहर थाने, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक एवं सकरी बटालियन के कमाडेंट को अलग-अलग आवेदन दिया है, लेकिन किसी भी पुलिस अधिकारियों ने उसकी फरियाद नहीं सुनी.