संतोष गुप्ता,जशपुर. चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ समेत राजस्थान, मिजोरम, मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है. जिससे आज से ही इन पांच राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. छत्तीसगढ़ में दो चरणो में मतदान संपन्न होगी. प्रथम चरण 12 नवंबर को राज्य के 18 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होगी. वहीं 20 नवंबर को राज्य के 72 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराया जायेगा. आज आचार संहिता लगने से कुछ घंटे पहले ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री व छत्तीसगढ़ प्रभारी सौदान सिंह वायु मार्ग से आगडीह हवाई पट्टी पहुंचे. हवाई पट्टी में भाजपा के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने सौदान सिंह का स्वागत किया.
आगडीह हवाई पट्टी से सौदान सिंह सीधे जशपुर सर्किट हाउस पहुंचे. कुछ देर सर्किट हाउस में रूकने के बाद तीनों विधानसभा के पदाधिकारियों की बैठक लेने के लिये भाजपा जिला कार्यालय पहुंचे. बैठक में सौदान सिह के साथ केन्द्रीय मंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय, राज्ससभा सांसद रणविजय प्रताप सिंह जूदेव, वन औषधी बोर्ड के अध्यक्ष एवं पूर्व संगठन मंत्री राम प्रताप सिंह, खादी एवं ग्रामद्योग बोर्ड के अध्यक्ष कृष्ण कुमार राय के अलावा अन्य नेता मौजूद थे. सौदान सिह ने पत्थलगांव एवं कुनकुरी विधानसभा के भाजपा पदाधिकारियों की बैठक ली. दोनो विधानसभा की बैठक पूरा होने के बाद राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री ने जशपुर विधानसभा के पदाधिकारियों की बैठक ली.
बताया जा रहा है बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री ने पदाधिकारियों से जशपुर, कुनकुरी एवं पत्थलगांव विधानसभा सीट पर टिकट देने को लेकर भी विस्तृत चर्चा की है. वर्तमान में जिले के तीनों विधानसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है. अगले माह नवंबर में होने वाले चुनाव को लेकर भी सौदान सिंह ने पदाधिकारियों की जमकर क्लास ली है. मिशन 65 के लक्ष्य को पूरा करने के लिये भाजपा इस बार भी जशपुर जिले के तीनों विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने के लिये पूरी ताकत झोंकने वाली है.
राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह सर्किट हाउस जशपुर से निकलकर पूर्व ट्राईबल मंत्री गणेश राम भगत के निवास पहुंचे. जहां उन्होंने काफी देर तक गणेश राम भगत से चर्चा की. आपको बता दें कि कुछ साल पहले पूर्व मंत्री गणेश राम भगत को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया है. पूर्व मंत्री भगत काफी समय से प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें दोबारा पार्टी में शामिल कर नवंबर में होने वाले चुनाव में जिले के तीनों विधानसभा या प्रदेश के किसी अन्य विधानसभा सीट से उन्हें टिकट देकर उम्मीद्वार बनाया जाये.