स्पोर्ट्स डेस्क– भारत और वेस्टइंडीज के बीच राजकोट टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने बड़ी जीत हासिल की है, मैच के तीसरे ही दिन टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को पारी और 272 रन से हरा दिया।

इंडियन गेंदबाजों का रहा जलवा
भारतीय गेंदबाजों के सामने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की एक न चली, टीम इंडिया ने पहली पारी में 649 रन बनाकर पारी घोषित की थी। जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम दोनों पारी मिलाकर इतने रन नहीं बना सकी, कि वो पारी की हार को टाल सके। इंडियन गेंदबाजों ने दोनों पारियों में वेस्टइंडीज को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया। वेस्टइंडीज की पहली पारी को टीम इंडिया के गेंदबाजों ने 181 रन पर समेट दिया, और फिर दूसरी पारी को 196 रन पर ढेर कर दिया।
वेस्टइंडीज की ओर से पहली पारी में सबसे ज्यादा चेज ने 53 रन की पारी खेली, तो वहीं दूसरी पारी में पॉवेल ने सबसे ज्यादा 83 रन बनाए।
टीम इंडिया के गेंदबाजों की बात करें तो इंडियन फिरकी गेंदबाजी के सामने वेस्टइंडीज के बल्लेबाज बेबस नजर आए, भारतीय टीम के गेंदबाजों में पहली पारी में आर अश्विन ने सबसे ज्यादा 4 विकेट निकाले, मोहम्मद शमी ने 2 विकेट लिया, कुलदीप यादव, उमेश यादव और रविंन्द्र जडेजा तीनों ही गेंदबाजों ने 1-1 विकेट हासिल किया।
दूसरी पारी में भी वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को इंडियन फिरकी गेंदबाजों ने जमकर परेशान किया, दूसरी पारी में टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने सबसे ज्यादा 5 विकेट निकाले, अश्विन को 2 विकेट मिला, जडेजा ने 3 विकेट हासिल किया। और इस तरह से टीम इंडिया 2 मैच की टेस्ट सीरीज के पहले ही मैच में बड़ी जीत दर्ज की।

टीम इंडिया से तीन शतक लगे
भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश किया, भारतीय टीम के तीन बल्लेबाजों ने शतकीय पारी खेली, टीम इंडिया से अपना पहला डेब्यू टेस्ट मैच खेल रहे पृथ्वी शॉ ने 134 रन बनाए, विराट कोहली ने 139 रन की पारी खेली, रविंन्द्र जडेजा 100 रन बनाकर नाबाद रहे, रिषभ पंत नर्वस नाइंटीज के शिकार हुए, और 92 रन बनाकर आउट हो गए।

मैन ऑफ द मैच
मैच में शानदार बल्लेबाजी करने वाले युवा खिलाडी़ पृथ्वी शॉ को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया।

जीत के बाद बोले कोहली
मैच में शानदार जीत के बाद विराट कोहली ने युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ की जमकर तारीफ करते हुए खुशी जताई, कोहली ने कहा कि पृथ्वी ने मौके को जमकर भुनाया, उसने गेंदबाजों पर शुरू से ही दबाव बनाए रखा, एक कप्तान के तौर पर ये देखना अच्छा लगता है।